झारखंड के गुमला जिले ने एक बार फिर खेल जगत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के नगर सिसकारी गांव के रहने वाले 14 वर्षीय कृष्ण टाना भगत का चयन भारतीय अंडर-16 क्रिकेट टीम में हुआ है। इस उपलब्धि से उनके स्कूल से लेकर पूरे जिले में उत्साह का माहौल है। कृष्ण इस समय गुमला के एक सरकारी विद्यालय में आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं और महुआडीपा में किराए के घर में अपने मित्र के साथ रहते हैं। रोजाना वे बस से स्कूल आते-जाते हैं।
साधारण पृष्ठभूमि से राष्ट्रीय मंच तक
कृष्ण का परिवार आर्थिक रूप से बेहद साधारण है। उनके पिता हिमाचल प्रदेश में वेल्डर के रूप में कार्यरत हैं, जबकि मां सिलाई का काम करती हैं। पूरा परिवार वर्तमान में हिमाचल में रह रहा है, लेकिन कृष्ण अपने क्रिकेट प्रशिक्षण को लेकर गुमला में ही डटे हुए हैं। उनकी यह लगन अब रंग ला चुकी है।
कोच के मार्गदर्शन और परिवार के समर्थन से मिली उड़ान
बचपन से क्रिकेट के प्रति रुचि रखने वाले कृष्ण को उनके माता-पिता का लगातार समर्थन मिला। दिसंबर 2024 में रांची में हुए ट्रायल के दौरान बतौर बल्लेबाज़ उनका चयन हुआ। वर्तमान में वे परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में कोच ज्ञान सर के निर्देशन में नियमित अभ्यास कर रहे हैं। स्कूल प्रशासन, शिक्षक, सहपाठी और ग्रामीणों ने कृष्ण की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताई है और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
झारखंड के युवाओं की छिपी प्रतिभा फिर सामने
गुमला, खूंटी, सिमडेगा और रांची जैसे जिलों से अनेकों खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। संसाधनों की कमी के बावजूद कृष्ण की यह सफलता एक बार फिर इस बात को साबित करती है कि परिश्रम, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी मंज़िल दूर नहीं।