भुरकुंडा (रामगढ़)। बासल थाना क्षेत्र के लेम गांव स्थित महली टोला में शुक्रवार सुबह 9 बजे एक घरेलू झगड़ा हत्याकांड में बदल गया। पति की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर किरण देवी ने अपने पति अशोक उरांव पर तीन बार टांगी से हमला कर उनकी हत्या कर दी।

घटना की खबर फैलते ही बासल थाना क्षेत्र और आसपास के गांवों में सनसनी फैल गई। परिवार और समाज की पारिवारिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली इस घटना ने कई लोगों को सकते में डाल दिया।

पति की प्रताड़ना से तंग थी किरण
घटना के बाद किरण देवी ने पुलिस और ग्रामीणों के सामने अपनी आपबीती साझा की। उसने बताया कि अशोक अक्सर शराब के नशे में धुत होकर मारपीट करता था और बच्चों को भी नहीं छोड़ता था। उसका कहना था कि उसने 2018 में मायके शरण ली थी, लेकिन सास के कहने पर वापस अपने पति के पास लौट आई थी।

किरण ने कहा, “अगर मैंने अपने आप की रक्षा नहीं की होती, तो वही मुझे मार देता। कई बार उसने मेरी हत्या की कोशिश की, मैं जैसे-तैसे बचती रही। आज बचाव में मैंने टांगी से हमला किया। वह शराब पीकर लड़ाई करता रहता था, जबकि मैं घर और खेत का काम संभालती थी।”

परिवार में मातम और मजबूरी
घटना की जानकारी मिलने पर मृतक की मां दुग्गी देवी और भाई पियस उरांव मौके पर पहुंचे। मां ने पुलिस से गुहार लगाई कि बेटी को कम सजा दी जाए क्योंकि दुधमुंहा बच्चा है, और उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी कौन उठाएगा।

किरण देवी अपने दो साल के बेटे अयांश को गोद में लेकर जेल जाएगी। दो बेटियां पूजा (5 वर्ष) और मिस्टी (3 वर्ष) की देखभाल दादी करेंगी। परिवार बिखर गया है, और बच्चों की जिम्मेदारी अब आर्थिक रूप से कमजोर परिवार पर पड़ गई है।

मृतक का आपराधिक अतीत
जानकारी के अनुसार, अशोक उरांव ने वर्ष 2015 में शराब के नशे में पड़ोस के युवक की टांगी से हत्या की थी। जेल में पांच साल की सजा काटने के बाद भी उसने शराब पीना नहीं छोड़ा और घर में विवाद करते रहा।

बच्चों की मासूमियत और दर्द
घटना स्थल पर पिता का शव घर के बाहर पड़ा था, जबकि बच्चे आंगन में खेल रहे थे। तीन साल की बेटी मिस्टी ने मोबाइल पर पिता से बातचीत की, unaware कि पिता अब उनके बीच नहीं हैं। इस दृश्य ने वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं।