झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से शुरू होकर 7 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 4 अगस्त को राज्य सरकार की ओर से अनुपूरक बजट सदन में प्रस्तुत किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि यह सत्र पूरी तरह किसानों को समर्पित रहेगा।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य में अच्छी बारिश होने से खेती-किसानी के काम में तेजी आई है और किसानों को बड़ी राहत मिली है। हालांकि कुछ जिलों में अधिक वर्षा के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है, कई ग्रामीण घरों को क्षति हुई है और पुल-पुलिया व सड़कें भी प्रभावित हुई हैं।
मंत्री ने कहा कि हाल ही में हुई सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि इस सत्र में किसानों से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता दी जाए और उनके समाधान पर गंभीर मंथन किया जाए।
विपक्ष को सुझाव देते हुए राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि चूंकि सत्र का समय सीमित है, ऐसे में विपक्ष को इसका सार्थक उपयोग करना चाहिए और किसान व जनहित से जुड़े विषयों पर रचनात्मक संवाद में भाग लेना चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि मानसून सत्र के हर दिन का उपयोग जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा के लिए किया जाएगा। किसानों के साथ-साथ आम जनता से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों को भी गंभीरता से उठाया जाएगा। सरकार का प्रयास रहेगा कि यह सत्र परिणामदायी और उपयोगी सिद्ध हो।