राजधानी रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में शनिवार रात एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। यह घटना लटमा रोड स्थित चोरियाटोली इलाके के नागेश्वर एन्क्लेव अपार्टमेंट की है। पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतकों की पहचान संयुक्ता सिंह और उनके दो नाबालिग बच्चों के रूप में हुई है। बेटा लगभग 14 वर्ष और बेटी 12 साल की बताई जा रही है। संयुक्ता, अपने पति बृजेश सिंह से अलग रह रही थीं। दंपती के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था और मामला न्यायालय में विचाराधीन था। बृजेश इन दिनों बिहार में रह रहे थे, जबकि संयुक्ता दोनों बच्चों के साथ रांची में इस फ्लैट में रह रही थीं।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पारिवारिक कलह के साथ-साथ आर्थिक परेशानियों का भी परिवार पर असर था, जिससे मानसिक तनाव बढ़ा हुआ था। आशंका है कि इन्हीं परिस्थितियों से त्रस्त होकर संयुक्ता ने यह आत्मघाती कदम उठाया।
घटना का पता तब चला जब शनिवार देर रात बृजेश सिंह अपने बच्चों के लिए कुछ सामान लेकर फ्लैट पर पहुंचे। उन्होंने बार-बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका होने पर उन्होंने पड़ोसियों को सूचित किया और पुलिस को बुलाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। फ्लैट के बेडरूम में तीनों के शव फांसी के फंदे से लटके मिले।
पुलिस ने मौके को सील कर दिया और फोरेंसिक टीम को साक्ष्य एकत्र करने के लिए बुलाया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य जुटाए और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, जिसकी पृष्ठभूमि में घरेलू तनाव और वित्तीय संकट माने जा रहे हैं।
इस दर्दनाक घटना से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। स्थानीय लोग स्तब्ध हैं और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। पुलिस अब बृजेश सिंह और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है ताकि आत्महत्या के पीछे के कारणों को स्पष्ट रूप से समझा जा सके।