रांची: केंद्र सरकार द्वारा पारित चार नए लेबर कोड के विरोध में राजधानी रांची में भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (CITU) के नेतृत्व में श्रमिक संगठनों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने श्रम विभाग कार्यालय का घेराव किया और अपनी मांगें सरकार तक पहुँचाने का प्रयास किया।

CITU के प्रदेश महासचिव बिस्वजीत डे ने आरोप लगाया कि इन नए कानूनों को मजदूर संगठनों से किसी प्रकार की चर्चा किए बिना लागू किया गया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान भी मजदूर संगठनों ने इन कानूनों का विरोध किया था, लेकिन अब इन्हें संवाद के बिना लागू करने का प्रयास किया जा रहा है, जो श्रमिक हितों की अनदेखी है।

उन्होंने चेतावनी दी कि नए लेबर कोड के लागू होने से ठेका प्रथा और अस्थायी रोजगार बढ़ेंगे, जिससे स्थायी नौकरियों की संख्या घटने और मजदूरों की सुरक्षा एवं भविष्य पर संकट आने की संभावना है।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि इन कानूनों से यूनियन बनाने, सामूहिक सौदेबाजी और हड़ताल जैसे मजदूर अधिकार कमजोर होंगे। उनका दावा है कि यह कोड मजदूर विरोधी हैं और केवल कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देने का प्रयास हैं।