मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले हनी ट्रैप का जिन फिर सामने आ रहा हैं। हनी ट्रैप कांड में पूर्व सीएम कमलनाथ से सीडी और पेन ड्राइव हासिल करने को लेकर एसआईटी को 14 जनवरी को कोर्ट में जवाब देना है। इस मामले में कोर्ट में याचिका दायर करने के बाद कोर्ट में सुनवाई हैं। अब इस मामले में कमलनाथ ने कहा कि उनके पास पेन ड्राइव नहीं हैं।

पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि पुलिस के कुछ अधिकारी   लैपटॉप में वीडियो दिखाने आए थे। मैंने 30-40 सेकंड देखने के बाद उनको और जांच करने के लिए कहा था। मैं नहीं चाहता था कि प्रदेश की बदनामी हो। बता दें इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह राजपूत ने उनके पास बीजेपी और आरएसएस नेताओं की अश्लील सीडी होने की बात बोलेकर राजनीति गरमा दी। इसके बाद से लगातार बीजेपी और कांग्रेस दोनों की तरफ से सीडी को लेकर बयानबाजी जारी है।

8 महीने बाद सबका हिसाब होगा
कमलनाथ ने अधिकारियों को एक बार फिर चेताया है। पूर्व सीएम ने कहा कि जो पुलिसकर्मी अपनी वदी का या जो अधिकारी अपने शपथ का सम्मान नहीं कर रहे हैं। जो अधिकारी बीजेपी का बिल्ला लेकर घूम रहे हैं। 8 महीने कांग्रेस की सरकार बनने पर उन सबका हिसाब होगा। कमलनाथ ने कहा कि ईमानदारी से अपना काम करने वालों को डरने की जरूरत नहीं हैं।

करणी सेना पर बोले पूर्व सीएम
कमलनाथ ने कहा कि किसी भी बात का हल चर्चा के माध्यम से किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री और सरकार को समझना चाहिए कि उनका आक्रोश किस बात पर है। साथ ही उनकी बात सुनकर रास्ता निकालने का प्रयास किया जाना चाहिए। पूर्व सीएम ने कहा कि मैंने अपने सरकार में बातचीत की परंपरा बनाई थी।

आरएसएस-बीजेपी पर साधा निशाना
पूर्व सीएम ने कहा कि राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना कौरवों से नहीं की। उन्होंने धार्मिक और अधार्मिक होने के अंतर को समझाया है। केवल नेकर बहन लेने से कोई धार्मिक नहीं हो जाता है। मैं धार्मिंक हूं। हम जब किसी भी धार्मिक आयोजन में जाते है तो बीजेपी के पेट में दर्द शुरू हो जाता है। बीजेपी और एसएस कहते है कि धर्म की एजेंसी हमने ली हुई है।

विश्वास होने पर आता है निवेश
कमलनाथ ने हा कि मध्य प्रदेश में आए तमाम इन्वेस्टर्स को हम स्वागत करते हैं। मध्य प्रदेश में विश्वास की एक नई परंपरा बने। हम इस बात का स्वागत करते हैं, लेकिन प्रदेश में निवेश तब आता है जब निवेशकों को हमारे प्रदेश में विश्वास हो। केवल भाषण बाजी करने से और मीडिया इवेंट्स से निवेश नहीं आता। उन्होंने कहा कि 18 साल में कई इन्वेस्टर्स समिट में 65 सौ प्रस्ताव आए। सरकार बताए कि कितने प्रस्ताव धरातल पर उतरे?