कृषि अध्यादेशों का विरोध हुआ तेज, कई जगह सड़कों पर उतरे किसान,रात में धरना स्थल बना रैन बसेरा

गांव बादल में जारी धरने में जहां सुबह से शाम तक सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी रहता है, वहीं धरनास्थल रात को उन्हीं किसान भाइयों व बहनों के रैन-बसेरा में तबदील हो जाता है। रोजाना इस प्रदर्शन में 7 से आठ हजार किसान और युवा शामिल होते हैं, लेकिन उनके लौटने के बावजूद बादल गांव में रोजाना करीब 1500 तक किसान परिवार की महिलाएं व किसान सदस्य शामिल होते हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन्हें स्टेज के नजदीक सोने की जगह दी गई है जबकि किसान भाई उनके बाद सोते हैं। सुरक्षा के लिए 100 किसान रात को पहरा देते हैं।

पटियाला : 31 किसान जत्थेबंदियों ने बंद को लेकर बनाई रणनीति

पटियाला के पुड्‌डा ग्राउंड में चल रहे पक्के धरने के 7वें दिन भी चार जिलों के करीब 5 हजार किसान धरने में डटे हुए हैं। इस दौरान 31 किसान जत्थेबंदियों की मीटिंग बारदरी में हुई। इसमें 25 सितंबर को पटियाला समेत पूरा जाम करने का एलान किया गया।

सुल्तानपुर लोधी : किसानों के साथ कांग्रेसियों ने ट्रैक्टर रैली निकाली

केंद्र सरकार के कृषि विधेयकों के विरोध में कांग्रेसी विधायक नवतेज सिंह चीमा की अगुवाई में किसानों ने ‘किसान बचाओ, पंजाब बचाओ’ ट्रैक्टर रैली निकाली। गांव खीरांवाली से पुड्‌डा काॅलोनी तक निकाली रैली में हजारों किसान पहुंचे।

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