फतेहगढ़ साहिब (सरहिंद): पंजाब के सरहिंद में मंगलवार को शादी की खुशियां उस समय मातम में बदल गईं, जब दुल्हन को विदा करने निकले परिजनों की कार एक ट्रक से टकरा गई। भीषण हादसे में दुल्हन के पिता हरिओम नंदा, उनकी पत्नी किरण नंदा और चाची रेणु बाला की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं।

शादी वाले घर में इस त्रासदी के बाद जो घटनाएं सामने आईं, उसने परिजनों को और झकझोर दिया। दुर्घटना के बाद घायल लोगों को राहगीरों की मदद से अस्पताल भेजा गया और मृतकों के शव सिविल अस्पताल, लुधियाना के मुर्दाघर पहुंचाए गए। लेकिन परिजनों के अनुसार, मुर्दाघर में शवों के साथ रखे कई कीमती गहने और नकदी गायब मिले।

किरण नंदा के भाई नरेश अरोड़ा ने बताया कि जब वे शव लेने पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि मृतकों के कई आभूषण और कैश गायब हैं। उनके अनुसार किरण नंदा का हार और झुमके, जबकि रेणु बाला का हार, दो चूड़ियां, झुमके और एप्पल वॉच नहीं मिली। परिवार का कहना है कि कुल मिलाकर करीब 15 तोले सोना, 3 लाख रुपये नकद और लगभग 2 लाख रुपये का शगुन हादसे के बाद चोरी हो गया।

परिवार का आरोप है कि दुर्घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे कुछ लोग मदद के नाम पर लालच में आ गए और मृतकों से सामान उतार ले गए।

स्थानीय पार्षद गुलशन राय बॉबी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे मुश्किल समय में मदद करना हर नागरिक का कर्तव्य है, लेकिन कुछ लोगों ने मृतकों का सामान ले जाकर मानवता को शर्मसार किया है।

पीड़ित परिवार ने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि हादसे वाली जगह से लेकर मुर्दाघर तक पूरे रिकॉर्ड की जांच की जाए और दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। परिजनों का कहना है कि दुर्घटना ने उनके अपने छीन लिए, और उसके बाद हुई चोरी ने उनके भरोसे को भी तोड़ दिया।