- आरोपी की पहचान काफी समय से होटल कारोबारी पंकज गुप्ता के पास नौकरी कर रहे दुगरी निवासी राजेंद्र पाल के रूप में हुई
- पुलिस ने बरामद हुई गाड़ी से पुलिस की वर्दी, पुलिस की बेल्ट और पुलिस का ID कार्ड भी कब्जे में लिया
लुधियाना में बुधवार को एक होटल मालिक की ढाई साल की बच्ची को अगवा किए जाने की घटना सामने आई है। आरोप इनके ड्राइवर पर ही है, जो मंगलवार दोपहर बच्ची को घुमाने के बहाने कार में लेकर गया था। इसके बाद अनजान नंबर से फोन करके चार करोड़ की फिरौती मांग बैठा। सूचना के तुरंत बाद हरकत में आई पुलिस ने रातभर के ऑपरेशन के बाद बच्ची को मोगा से बरामद कर लिया, वहीं आरोपी ड्राइवर को भी धर-दबोचा। बहरहाल, मामले की जांच जारी है।
आरोपी की पहचान दुगरी निवासी राजेंद्र पाल के रूप में हुई है, जो काफी समय से होटल कारोबारी पंकज गुप्ता के पास ड्राइवर की नौकरी कर रहा था। वह अपने आपको पुलिस मुलाजिम भी बताया करता था। पुलिस ने बरामद हुई गाड़ी से पुलिस की वर्दी, पुलिस की बेल्ट और पुलिस का ID कार्ड भी कब्जे में लिया है। तकरीबन 20 अधिकारियों की टीमें सरगर्मी के साथ आरोपी की तलाश में छापामारी कर रही है।
बेटी को कार में घुमाने के लिए लेकर गया था ड्राइवर
वारदात मंगलवार दोपहर तब हुई, जब होटल कीज की बिल्डिंग को लीज पर देने वाले कारोबारी पंकज गुप्ता का ड्राइवर रोज की तरह उनकी ढाई साल की बेटी को कार में घुमाने के लिए लेकर गया। उसके बाद उसका मोबाइल बंद आने लगा। शाम 5 बजे उसने पंकज गुप्ता को एक अनजान नंबर से फोन करके 4 करोड़ की फिरौती मांगी। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों को दी गई। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए 20 अधिकारियों की टीमें तैयार की। इसमें DCP, ADCP, ACP और SHO स्तर के अधिकारी थे।
टेक्निकल यूनिट और साइबर सेल की भी मदद ली
आरोपी की लोकेशन का पता लगाने के लिए पुलिस ने टेक्निकल यूनिट और साइबर सेल की भी मदद ली। इसके बाद परिवार को आरोपी से लगातार बात करते रहने के निर्देश भी दिए गए। अंत में पुलिस को आरोपी की लोकेशन जिला मोगा की मिली। पुलिस की टीमों ने मोगा, कोट ईसे खां और निहाल सिंह वाला में संयुक्त रूप से कार्रवाई की। बताया जाता है कि मोगा से वह कार बरामद हो गई, जिसमें बैठी बच्ची को भी सकुशल मुक्त करवा लिया गया।