समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश एक बहुत बड़ा राज्य है और यहां करोड़ों मतदाताओं के मत दर्ज किए जाने हैं। इसी बीच शादी और अन्य वैवाहिक कार्यक्रम भी होने हैं, इसलिए उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि एसआईआर प्रक्रिया के समय को तीन महीने बढ़ाया जाए, ताकि सभी लोगों को मौका मिल सके। इसके अलावा, उन्होंने बीएलओ और पार्टियों के बीएलए को सही प्रशिक्षण देने पर जोर दिया, ताकि सभी मतदाता अपने वोट का सही इस्तेमाल कर सकें।
रविवार को जारी अपने बयान में अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जनता से किए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा से हिसाब लेगी और पूछेगी कि उनके वादे कितने पूरे हुए। यादव ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने विकास कार्य नहीं किए और केवल भ्रष्टाचार व बजट की अनियमितताओं में लगी रही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हैं, मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल ठीक से नहीं चल पा रहे हैं, और किसानों को समय पर खाद व मंडी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। उनका कहना था कि बिचौलिए किसानों की फसल सस्ते दामों में खरीदकर मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे किसान सही कीमत नहीं पा रहे।
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने एसआईआर प्रक्रिया को जटिल बना दिया है और आयोग बिना तैयारी के इसे लागू कर रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को बूथों पर सतर्कता के साथ मतदाताओं की मदद करने और सभी मतदाताओं के वोट सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव आयोग द्वारा तय प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ, तो फार्म रिजेक्ट हो सकते हैं और वोट कट सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि बीएलओ को सही ट्रेनिंग नहीं दी गई है और कई मतदाताओं तक फार्म नहीं पहुंचे हैं, जबकि चुनाव आयोग कह रहा है कि सभी फार्म वितरित कर दिए गए हैं।