ओडिशा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ओडिशा के नौपाड़ा विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी रमाकांत हाती के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए वोटर लिस्ट और चुनावी निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी न हो और ऐसा बनाया जाए कि वोटर की फोटो आसानी से पहचानी जा सके। उन्होंने आधार कार्ड को चुनाव प्रक्रिया में मान्यता देने की आवश्यकता पर भी जोर देते हुए सुझाव दिया कि इसे मजबूत और विश्वसनीय बनाया जाए।

अखिलेश यादव ने कहा, “आजकल आधार कार्ड बैंक अकाउंट, रजिस्ट्री और पासपोर्ट जैसी जगहों पर इस्तेमाल होता है, फिर इसे चुनाव आयोग में क्यों मान्यता नहीं दी जाती? बेहतर होगा कि सभी को मेटल का आधार कार्ड दिया जाए।”

सपा प्रमुख ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में घुसपैठियों की समस्या बढ़ी है, और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी भाजपा की है। उन्होंने कहा कि पार्टी घुसपैठियों की बजाय घूस और भ्रष्टाचार पर ध्यान देती है। उन्होंने बिहार में वीवी पैट की पर्चियों के खुली होने का उदाहरण देते हुए सवाल उठाया कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कैसे कराएगा।

अखिलेश यादव ने आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग से सपा प्रत्याशी के समर्थन की अपील करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सभी वर्गों के लिए समान अधिकार और सम्मान सुनिश्चित करना है। उन्होंने बीजू पटनायक और मुलायम सिंह यादव के पुराने राजनीतिक संबंधों को याद करते हुए कहा कि आज की राजनीति में जो भी भाजपा के करीब गया, वह विफल हुआ।

सपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उनकी नाराजगी किसी पुराने सहयोगी से नहीं है, लेकिन वे चाहते हैं कि समाज के कमजोर वर्गों को बराबरी का दर्जा मिले। उन्होंने कहा, “हम यहां पीडीए का बीज बोने आए हैं और हम आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को उनका हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”