बरेली। शहर में 26 सितंबर को हुए बवाल के आरोपियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने मौलाना तौकीर रजा के दो करीबियों द्वारा संचालित बरातघरों के ध्वस्तीकरण के लिए पुलिस बल की मांग की है। रविवार को पुराना शहर के सूफी टोला स्थित “गुड मैरिज हॉल” और “ऐवान-ए-फरहत बरातघर” के ध्वस्तीकरण का नोटिस वायरल हुआ।

बारादरी थाना पुलिस ने ऐवान-ए-फरहत बरातघर संबंधी नोटिस की पुष्टि की। सोमवार सुबह पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जबकि गुड मैरिज हॉल के संचालक राशिद खां ने बरातघर से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। दोपहर तक बीडीए के अधिकारी नहीं पहुंच पाए, जिससे फोर्स की कमी के कारण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।

बीते बवाल में मौलाना तौकीर के बुलावे पर शहर में हिंसक भीड़ ने उपद्रव मचाया था। अब गुड मैरिज हॉल के मालिक राशिद खां और ऐवान-ए-फरहत बरातघर के सरफराज वली खां का नाम मौलाना के करीबी और बवाल में सहयोग करने वालों के रूप में सामने आया है। बीडीए के अनुसार, ये दोनों बरातघर बिना मानचित्र स्वीकृति के बने हैं और इनके ध्वस्तीकरण के आदेश वर्ष 2011 में पारित हो चुके थे।

इससे पहले मौलाना के करीबी नफीस और आरिफ के विभिन्न अवैध निर्माणों व व्यवसायिक परिसरों को भी नगर निगम और बीडीए की टीम ने सील या ध्वस्त किया था। इसमें नफीस की नावल्टी स्थित मार्केट, जखीरा बरातघर और शराफत का बरातघर, जिम व बर्फ खाना शामिल हैं। आरिफ की जगतपुर स्थित 16 दुकानों की मार्केट और पीलीभीत बाइपास पर शोरूम भी ध्वस्त किया गया।

सत्ता पक्ष के पार्षदों और स्थानीय रसूखदारों की भूमिका की जांच भी प्रशासन कर रहा है। बीते बवाल में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान बरातघर मालिकों का नाम सामने आया और उनकी भूमिका से जुड़े सबूत जुटाए जा रहे हैं।

बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि बीडीए का पत्र मिला है और पुलिस टीम को ध्वस्तीकरण के लिए तैनात किया गया है। आगामी कार्रवाई प्रशासन की ओर से सुरक्षा और पर्याप्त फोर्स उपलब्ध होने पर आगे बढ़ाई जाएगी।