लखनऊ। मलिहाबाद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सरांवा में कार्यरत शिक्षामित्र विजय कुमार वर्मा का शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी मौत ब्रेन हैमरेज से हुई।
मृतक की पत्नी संगीता रावत ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एसआईआर और बीएलओ कार्यभार से बढ़े तनाव ने विजय की हालत खराब कर दी। उनका कहना है कि तहसील प्रशासन की ओर से लगातार फोन करके काम का दबाव बनाया जाता था, जिससे विजय बेहद मानसिक तनाव में रहने लगे थे।
परिवार के अनुसार, 14 नवंबर को अधिक तनाव के चलते विजय को अचानक ब्रेन हैमरेज और पैरालिसिस अटैक आया, जिसके बाद उन्हें चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन परिजनों ने इसकी सूचना अधिकारियों और बीएलओ ग्रुप में देकर आर्थिक सहायता की मांग भी की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।
विजय अपने पीछे पत्नी संगीता और बेटे हर्षित को छोड़ गए हैं।
सहकर्मियों में रोष, आर्थिक सहायता और नौकरी की मांग
विजय की मौत की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में शिक्षामित्र उनके घर पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की मलिहाबाद इकाई ने बैठक कर कहा कि बिना पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए बीएलओ का काम करवाया जा रहा है और लगातार फोन करके दबाव डाला जाता है, जिससे कई बीएलओ मानसिक तनाव में हैं।
संघ के ब्लॉक अध्यक्ष वचनेश कुमार, महामंत्री विजय कुमार गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता दिलाने तथा मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें जल्द स्वीकार नहीं हुईं, तो आंदोलन किया जाएगा। डीएम को भी ज्ञापन स्पीड पोस्ट से भेजा गया है।