प्रदेश में मौसम के तेवर बदलते नजर आने लगे हैं। रविवार को सुबह के समय कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। हालांकि इस दौरान तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो से तीन दिनों में तापमान में थोड़ी और वृद्धि हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में घने कोहरे के आसार बने हुए हैं, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में कहीं घना तो कहीं अत्यधिक घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके चलते दृश्यता काफी कम रह सकती है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को तराई क्षेत्रों में घना कोहरा देखने को मिला, वहीं पूर्वांचल में बलिया से लेकर अयोध्या तक कोहरे का व्यापक असर रहा। उन्होंने बताया कि तापमान में दर्ज की गई बढ़ोतरी अगले एक-दो दिन तक जारी रह सकती है, लेकिन इसके बाद पारा गिरने लगेगा। पछुआ हवाओं के प्रभाव से ठंड में इजाफा होगा, जबकि कोहरे की तीव्रता कुछ कम हो सकती है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान मुजफ्फरनगर में 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा कानपुर में न्यूनतम तापमान 6.4 और बाराबंकी में 7 डिग्री सेल्सियस रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि मुरादाबाद, वाराणसी, बलिया, आजमगढ़, कानपुर और कुशीनगर में दृश्यता मात्र 50 मीटर तक सिमट गई। शाहजहांपुर और गोरखपुर में दृश्यता 100 मीटर, जबकि राजधानी लखनऊ में 400 मीटर रिकॉर्ड की गई।
राजधानी में अगले दो दिन छाया रहेगा कोहरा
राजधानी लखनऊ में ठंड और गलन का असर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार सुबह कोहरे का असर देखने को मिला, जो रविवार और सोमवार तक बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी, जिससे ठंड बढ़ेगी और कोहरे का असर धीरे-धीरे कम हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार सुबह राजधानी में दृश्यता 400 मीटर रही, जो रविवार को और घट सकती है। पछुआ हवाओं के चलते ठंड में इजाफा होगा। वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कोहरे से रेल यातायात प्रभावित, कई ट्रेनें रहीं विलंबित
घने कोहरे के कारण शनिवार को रेल सेवाएं भी प्रभावित रहीं। शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें निर्धारित समय से देरी से चलीं। नई दिल्ली से सुबह 6:10 बजे रवाना हुई शताब्दी एक्सप्रेस अलीगढ़ पहुंचने तक करीब सवा घंटे और लखनऊ पहुंचने तक लगभग दो घंटे विलंबित रही।
इसके अलावा लखनऊ मेल सवा घंटे, एसी एक्सप्रेस एक घंटे पांच मिनट, चंडीगढ़ सुपरफास्ट करीब तीन घंटे, दून एक्सप्रेस सवा घंटे, प्रयागराज संगम-बरेली एक्सप्रेस एक घंटे 40 मिनट, नौचंदी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, कोटा-पटना एक्सप्रेस दो घंटे और गोरखपुर-इज्जतनगर एक्सप्रेस सवा घंटे देरी से पहुंची।