देवबंद: सर्वधर्म के लोगों की बैठक में अपने भाषण के कुछ अंश सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देवबंद कोतवाली के इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार शर्मा को बृहस्पतिवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। वीडियो में उन्होंने आतंकवाद पर बात करते हुए कुछ उदाहरण दिए थे, जिन्हें सोशल मीडिया पर गलत संदर्भ में पेश किया गया।

दरअसल, दिल्ली में हाल ही में हुए धमाके के बाद अफवाहें फैल रही थीं और माहौल तनावपूर्ण था। ऐसे में इंस्पेक्टर शर्मा ने विभिन्न धर्मों के लोगों की बैठक बुलाई और आपसी सद्भाव बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कुछ नक्सली और आतंकवादियों के धर्म का जिक्र किया, ताकि यह समझाया जा सके कि आतंकवाद किसी विशेष समुदाय या धर्म तक सीमित नहीं है।

बैठक के दौरान किसी ने उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया, और उसका कुछ हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे बहस शुरू हो गई और हड़कंप मच गया। वीडियो की पड़ताल लखनऊ तक पहुंची, जिसके बाद एसएसपी आशीष तिवारी ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया।

इंस्पेक्टर शर्मा ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी धर्म को निशाना बनाना नहीं था। उन्होंने कहा, “वीडियो का केवल कुछ अंश वायरल किया गया है। अगर पूरी वीडियो देखी जाए तो स्पष्ट हो जाएगा कि मेरी मंशा शांति और आपसी समझ बढ़ाने की थी।”

सोशल मीडिया पर समर्थन

वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर हिंदू संगठनों के लोगों ने उनका समर्थन किया। बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने उनके कार्य और उद्देश्य की प्रशंसा की और वीडियो में छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विकास सैनी ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने वीडियो को गलत संदर्भ में पेश किया। गौ रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीश पंवार ने भी वीडियो में संपादन की बात कही और जांच की आवश्यकता बताई।