सहारनपुर के फेमस मेडिकेयर अस्पताल में डॉ. आदिल की गिरफ्तारी के बाद प्रबंधन ने कुछ डॉक्टरों को एहतियातन छुट्टी पर भेजा था। बुधवार को डॉ. बाबर और एडमिन इंचार्ज डॉ. असलम जैदी ने अपनी ड्यूटी फिर से ज्वाइन कर ली। दोनों ने साफ किया कि उनका किसी भी आतंकी गतिविधि या नेटवर्क से कोई संबंध नहीं है।

सिर्फ पेशेवर रिश्ता था आदिल से:
सरसावा निवासी डॉ. बाबर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे पिछले तीन साल से अस्पताल में कार्यरत हैं, जबकि डॉ. आदिल हाल ही में शामिल हुए थे। उनका संबंध केवल पेशेवर स्तर तक ही सीमित था।

शादी में शामिल होने के लिए गए थे कश्मीर:
डॉ. बाबर ने बताया कि उन्हें चार नवंबर को डॉ. आदिल की शादी का निमंत्रण मिला था। वे कुछ दिन पहले कश्मीर सिर्फ शादी में शामिल होने और घूमने गए थे। उन्होंने कहा, “हमें नहीं पता था कि डॉ. आदिल आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं।”

कश्मीरी भाषा और सामान्य व्यवहार ने नहीं दिलाया शक:
डॉ. बाबर ने यह भी कहा कि डॉ. आदिल अक्सर कश्मीरी भाषा में बात करता था और उसके व्यवहार से कभी किसी को शक नहीं हुआ। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को उन्होंने पूरी तरह गलत बताया।

गांव जाने का कारण बताया मां की बीमारी:
डॉ. बाबर के अनुसार, जिस दिन आदिल गिरफ्तार हुए, उन्होंने कहा था कि उनकी मां बीमार हैं और उन्हें गांव जाना है।

वहीं, अस्पताल के एडमिन इंचार्ज डॉ. असलम जैदी ने भी ड्यूटी संभाल ली, लेकिन उन्होंने मीडिया से कोई टिप्पणी करने से इनकार किया।