सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के शासन में किसानों को लगातार खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि धान की फसल के बाद अब गेहूं और अन्य फसलों के लिए भी आवश्यक खाद उपलब्ध नहीं हो रही है। डीएपी और एनपीके जैसी प्रमुख खादों के लिए किसान भटकते फिर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने अपने बयान में बताया कि लखीमपुर खीरी, महोबा, फतेहपुर, बदायूं और अमेठी समेत कई जिलों में किसानों की सहकारी समितियों के बाहर लंबी कतारें लगी हैं। खाद की आपूर्ति लगातार कम होने के कारण संकट बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी में भाजपा के लोगों की संलिप्तता का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा किसानों को उनकी खेती और जमीन से दूर करने के लिए योजना बना रही है। महोबा में हजारों किसान खाद लेने के लिए सहकारी समितियों के पास पहुंचे, लेकिन अधिकांश को खाद नहीं मिली। लखीमपुर खीरी में भी कई समितियों में खाद की सप्लाई नहीं हुई। अखिलेश यादव का कहना है कि 2027 में भाजपा सत्ता से हटेगी, तभी किसानों की समस्याओं का समाधान संभव होगा।