अलीगढ़ के कारीगरों और उद्योग जगत ने एक बार फिर अपनी कला का जादू दिखाया है। शहर के हस्तशिल्प विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई विशेष घंटियां 25 नवंबर को अयोध्या में होने वाले भव्य राम मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम में मंदिरों में गूंजेंगी।
स्थानीय मूर्ति और कला व्यापारियों ने इन घंटियों को अयोध्या भेजा है। संग्रह में एक इंच से लेकर 12 इंच तक की घंटियां शामिल हैं, जिनकी कीमत 70 रुपये से लेकर 12,000 रुपये तक है। इनमें हाथ से बजाई जाने वाली छोटी घंटियां, छत पर टांगी जाने वाली बड़ी घंटियां और प्रवेश द्वार पर सजाई जाने वाली घंटियां भी शामिल हैं, जो स्पर्श मात्र से बज उठती हैं। सुरक्षा और व्यापारिक कारणों से व्यापारियों ने कुल खेप और मूल्य का खुलासा नहीं किया है।
अलीगढ़ ब्रास स्टेच्यू एंड आर्टवेयर सप्लायर एसोसिएशन के अध्यक्ष हनुमंत राव गांधी ने कहा, "अयोध्या के राम मंदिरों में हमारी घंटियों का गूंजना कारीगरों और व्यापारियों के लिए गर्व का क्षण है। यह शहर की कला और उद्योग दोनों के लिए अहम उपलब्धि है।" एसोसिएशन के सचिव कपिल कुमार वार्ष्णेय ने कहा कि अलीगढ़ अब केवल ताला और हार्डवेयर के लिए ही नहीं, बल्कि धार्मिक और कलात्मक धातु उत्पादों के निर्माण में भी अग्रणी है।
इन घंटियों की खासियत उनकी बारीक नक्काशी है। कई घंटियों पर लक्ष्मी-गणेश, भगवान विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की आकृतियां उकेरी गई हैं। इनकी डिज़ाइन और ध्वनि ऐसा अनुभव कराती है जो वातावरण में एक गहरी आध्यात्मिकता भर देती है।
अलीगढ़ के कारीगरों की यह उपलब्धि न केवल शहर के हस्तशिल्प उद्योग के लिए, बल्कि पूरे देश के धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में गौरवशाली क्षण साबित हो रही है।