आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार सुबह हुए सड़क हादसे में आगरा के अपर नगर मजिस्ट्रेट (एसीएम) राजेश जायसवाल (56) की मौत हो गई। हादसा माइल स्टोन 77 के पास उस समय हुआ जब उनकी कार, जिसे चालक पंकज शर्मा चला रहे थे, एक बस को ओवरटेक कर आगे बढ़ने के दौरान टकरा गई। कार चालक मामूली रूप से घायल हुआ है। मृतक के बेटे आर्यन जायसवाल ने चालक पंकज शर्मा के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कराया है।
चालक का कहना है कि हादसा बस चालक की लापरवाही के कारण हुआ। बस ने अचानक मोड़ लिया, जिससे उनकी कार का आगे का हिस्सा उसमें घुस गया। राजेश जायसवाल किसी कार्य के लिए लखनऊ गए थे और शुक्रवार सुबह आगरा लौट रहे थे। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें तथा उनके चालक को सैफई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। डॉक्टरों ने राजेश जायसवाल को मृत घोषित किया जबकि चालक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
पुलिस ने बेटे की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। हादसे के समय राजेश जायसवाल पीछे की सीट पर बैठे थे और टक्कर लगने के बाद आगे और पीछे की सीट के बीच दब गए थे। यूपीडा कर्मियों ने उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया।
हादसे की खबर से परिवार में मातम छा गया। पत्नी अलका जायसवाल और उनके तीन बच्चे हादसे से बुरी तरह टूट गए। पोस्टमार्टम के बाद शव पैतृक शहर देवरिया ले जाया जाएगा।
राजेश जायसवाल शुक्रवार को आगरा में राजस्व परिषद की बैठक में शामिल होने वाले थे। वे प्राइवेट आईटीआई कॉलेजों में फर्जीवाड़े की जांच भी कर रहे थे, जिस पर शिक्षा माफिया का दबाव था। राष्ट्रीय छात्र परिषद ने इस हादसे को संदेहास्पद बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
मूल रूप से देवरिया निवासी राजेश जायसवाल पहले एसडीएम थे। किरावली में नाली निकासी विवाद के कारण उन्हें हाल ही में एसडीएम पद से हटाकर एसीएम तृतीय बनाया गया था। उन्होंने पहले महाराजगंज में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के रूप में भी कार्य किया था।