बरेली में लंबे समय से निष्क्रिय चल रही इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। गुरुवार को सिटी स्टेशन के पास मदरसे परिसर में आयोजित सभा में संगठन के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने नई टीम की घोषणा के साथ-साथ रविवार को गिरफ्तारी आंदोलन शुरू करने की घोषणा भी की।
सभा को संबोधित करते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि अब चुप बैठने का समय नहीं है। उन्होंने कहा, “हम एक आजाद देश में रहते हैं लेकिन अन्याय को सहन नहीं किया जा सकता। सरकार क्या कर रही है, ये मुद्दा नहीं है, असली सवाल यह है कि ऊंचे पदों पर बैठे जिम्मेदार लोग चाहे किसी भी धर्म के हों, क्या वे न्याय कर रहे हैं?” उन्होंने आरोप लगाया कि देश के कई हिस्सों में धार्मिक आधार पर अन्याय हो रहा है, जो गंभीर चिंता का विषय है।
"लिंचिंग के शिकार हो रहे हमारे बच्चे"
मौलाना ने आरोप लगाया कि मुसलमानों के खिलाफ पुलिस की सख्ती बढ़ी है जबकि भ्रष्ट और देश को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि मुस्लिम युवाओं की हत्या की जा रही है, महिलाओं के साथ अभद्रता की जा रही है, और नफरत फैलाने वाले लोगों पर कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने बरेली में हुई एक घटना का भी हवाला दिया।
सभा में संगठन की नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई, जिसमें शमशाद बाबूजी को बरेली जिले का अध्यक्ष और पार्षद अनीस सकलैनी को महानगर अध्यक्ष बनाया गया। कार्यक्रम का संचालन मुफ्ती एहसानुल हक चतुर्वेदी ने किया। इस मौके पर मुनीर इदरीसी, साजिद सकलैनी, सलीम खान, वकील खान, आबिद मंसूरी, रिजवान अंसारी, अल्तमश रजा, इस्तेखार अहमद, जाकिर सहित कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।