फिरोजाबाद में एक दिल दहला देने वाली वारदात का खुलासा हुआ है। औरैया के भटपुरा, ऐरवा-कटरा निवासी वाजिद अली के 22 वर्षीय बेटे सलमान की हत्या उसकी नई ईको वैन के लालच में कर दी गई। सलमान आगरा रूट पर वैन चलाता था और सुहाग नगर में किराए के मकान में रहता था। सात नवंबर की रात से उसका मोबाइल बंद हो गया और वह लापता हो गया।

कई दिनों तक संपर्क न हो पाने पर उसके पिता ने 12 नवंबर को थाना दक्षिण में गुमशुदगी दर्ज कराई। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया और तलाश शुरू की।

मामले में पुलिस को 18 दिन बाद बड़ी सफलता हाथ लगी। थाना सहपऊ, हाथरस के खोंडा निवासी राजकुमार को वाजिदपुर की ठार के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया।

राजकुमार ने बताया कि उसका दोस्त मनीष, मूल निवासी निलोई, जसवंत नगर (इटावा), सुहाग नगर में किराए पर रहता है। सात नवंबर की रात वह मनीष के कमरे पर पहुंचा, जहां मनीष का साला अभिषेक भी मौजूद था। रात में मनीष ने कहा कि वह किसी तरह नई ईको वैन हासिल करना चाहता है, क्योंकि ऑटो से अब पर्याप्त कमाई नहीं हो रही।

इसी योजना के तहत तीनों हाईवे पर निकल पड़े। मीरा चौराहा पर उन्हें सलमान अपनी नई ईको वैन चलाते हुए दिखाई दिया। मनीष और अभिषेक सवारी बनकर वैन में बैठ गए और आगरा चलने का बहाना किया, जबकि राजकुमार बाइक से पीछे-पीछे चलता रहा।

अभिषेक ने रास्ते में सलमान पर तमंचा तानकर उसे काबू में कर लिया। आगरा के पास तीनों ने मिलकर मफलर से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को अपने साथ सुहाग नगर ले आए। इसके बाद मनीष और उसका साला अभिषेक शव को ठिकाने लगाने के लिए आसफाबाद की ओर निकल गए। राजकुमार मनीष के कमरे पर लौटकर सो गया।

गिरफ्तार आरोपी राजकुमार ने बताया कि उसे यह नहीं मालूम कि जीजा-साले ने शव कहां फेंका। पुलिस अभी भी दोनों मुख्य आरोपियों की तलाश कर रही है। राजकुमार के खिलाफ जसवंत नगर में गैंग्स्टर सहित अन्य गंभीर मामले दर्ज हैं।

शव बरामद न होने के कारण पुलिस ग्रामीण क्षेत्रों में तलाश अभियान चला रही है और वैन मालिक की हत्या में शामिल दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।