लखनऊ: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के कनेक्शन को पोल से काटने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। निदेशक (तकनीकी) ने स्पष्ट किया कि अब स्मार्ट मीटर से जुड़े सभी कनेक्शन केवल ऑटोमैटिक ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से ही कटेंगे या जुड़ेंगे। इसके साथ ही अभियंताओं और फील्ड स्टाफ के लिए स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम पर विशेष प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया गया है।
राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी प्रदेश में 4702 उपभोक्ताओं के कनेक्शन पुराने सिस्टम के तहत पोल से काटे गए थे। इस पर विद्युत निगम के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि अब किसी भी स्थिति में पोल से कनेक्शन काटना अनुचित और गैरजरूरी है।
प्रदेश में अब तक लगभग 53 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। ये मीटर ऑटोमैटिक हैं और उपभोक्ता के खाते में शेष राशि खत्म होने या बकाया होने पर बिजली आपूर्ति स्वतः रुक जाती है। रिचार्ज होने के साथ ही आपूर्ति फिर से शुरू हो जाती है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में अभी भी अभियंता पुराने तरीके से बकाए पर कनेक्शन काटने की प्रवृत्ति जारी रख रहे हैं।