चिलकाना के गांव बरथाकायस्थ पठेड़ कलां गांव के प्राथमिक विद्यालय में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। परीक्षाफल 20 दिन लेट दिया गया और लापरवाही का आलम यह है कि छात्रा को 100 में से 234 नंबर दे दिए गए। बीएसए ने पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
गांव के प्राथमिक विद्यालय में 29 मार्च को परीक्षा परिणाम जारी होना था, लेकिन दो अध्यापिकाओं के मनमुटाव के चलते देर हो गई। 20 दिन बाद भी परिणाम जारी नहीं होने पर 16 अप्रैल को इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होने के बाद आनन-फानन 17 अप्रैल को परीक्षा परिणाम जारी किया गया। अब परीक्षा परिणाम में बड़ी लापरवाही सामने आई है।
गांव निवासी अभिभावक जुल्फिकार ने बताया कि उनके दो बच्चे कक्षा एक तथा कक्षा चार में पढ़ते हैं। अध्यापिका द्वारा कक्षा एक की छात्रा अफ्शा को जो अंक पत्र दिया गया है, वह गलत है। उनकी बेटी को 100 पूर्णांक में से 234 दिए गए हैं। इसी तरह से कक्षा चार में पढ़ने वाली बेटी सायमा को मिले अंक पत्र में भी लापरवाही बरती गई है। जहां पर पूर्णांक अंकित था वहां पर पेन से कटिंग करके प्राप्तांक लिखा गया है। आरोप है कि कई अन्य परीक्षा परिणाम में भी लापरवाही हुई है।
उधर, प्रधानाध्यापिका हुमैरा बेगम ने बताया कि जल्दबाजी में कुछ अंक पत्रों में त्रुटि हो गई थी, जिन्हें वापस मंगवाकर ठीक किया जा रहा है। जिस छात्रा की बात की जा रही है, उसके अंकपत्र में पूर्णांक में 300 की जगह गलती से 100 लिखा गया है, जिसे सुधारा जाएगा।