हिमांशु गौतम, शामली।
शामली। अपर जिलाधिकारी अरविन्द कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में उद्योग बंधुओं की बैठक ली। उन्होंने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उद्योग बंधुओं की सम्बन्धित समस्याओं को समयवद्व व प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि उधमियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने उद्योगिक क्षेत्र में साफ-सफाई व्यवस्था पर बल देते हुये सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में विद्युत विभाग के एक्सियन प्रथम ना आने पर स्पष्टीकरण मांगा। आई0आई0ए0 द्वारा बताया गया कि उद्योगिक संस्थान का नाला 08 वर्ष पूर्ण सिंचाई विभाग द्वारा बनवाया गया था जो चैक होकर बन्द हो गया है इस नाले की सफाई व रिपेयर कराने की मांग की गई। अपर जिलाधिकारी ने पी0डब्ल्यू0डी0 जल निगम आई0आई0ए0 की संयुक्त टीम बनाकर 15 दिन के अन्दर आख्या दें ताकि जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि रजवाये के किनारे जमा मलवा 31 दिसम्बर तक हटवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने उद्यमियों ने अवगत कराया कि प्रदूषण विभाग से उद्यमियों को कोई भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पूर्व में भी प्रदूषण विभाग द्वारा एक कैम्प का आयोजन कराया गया था परन्तु किसी भी उद्यमियों को कोई लाभ नहीं मिला।
अपर जिलाधिकारी ने प्रदूषण विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद शामली के उद्यमी के लिये सप्ताह में दो दिन चिन्हित करें ताकि उद्यमियों की समस्या का समाधान किया जा सकें। इंडीस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकित गोयल द्वारा बताया गया कि औद्योगिक आस्थान की स्थापना सन् 1983 में हुई थी, और उसमें जिला उद्योग केन्द्र द्वारा उद्यमियों को प्लाट व शेड आवंटित हुए थे, जिनकी संख्या बहुत कम थी, और जितने एरिया में ये प्लाट व शेड बने हुये थे उतना ही एरिया जिला उद्योग केन्द्र के नक्शे में औद्योगिक आस्थान दर्शाया गया है, परन्तु अब औद्योगिक आस्थान का क्षेत्र काफी बढ़ गया है, अभी वर्तमान में आस्थान के सामने की ओर 72 फैक्ट्रियाॅ कार्यरत है, और इनमें 18 हजार किलोवाट से भी अधिक का विद्युत लोड चल रहा है। सरकार को जी0एस0टी0 इन्कमटैक्स व अन्य सभी करों के रूप में करोडो रूपये प्रति माह टैक्स दिया जा रहा है। जिला पंचायत को लगातार लाईसेंस शुल्क व टैक्स दिया जा रहा है, और लगभग 4 हजार कर्मचारियों को रोजगार इस क्षेत्र के औद्योगिक आस्थान में मिला हुआ है। इतना बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बना होने के बावजूद भी यहाॅ पर विकास कार्य नहीं हो पाते है। उन्होंने जिला उद्योग केन्द्र को आदेशित कर औद्योगिक आस्थान के इस भाग को भी सरकारी नक्शे में जुडवाने का आदेश करे, जिसमें औद्योगिक आस्थान क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए जो भी फण्ड आये इस एरिया का विकास कार्य भी हो सके इस प्रकार की अंकित गोयल द्वारा मांग की गई।
इस अवसर पर संयुक्त उपायुक्त उद्योग सहारनपुर सिद्धांत कुमार यादव, उपायुक्त उद्योग परम हंशमौर्य, अंकित गोयल, निखिल, अरूण, अमित जैन, राहुल, आशीष जैन, अमित जैन, अनुज गर्ग, विशाल गुप्ता आदि सम्बन्धित उपस्थित रहे।