अयोध्या मंगलवार सुबह से ही भक्तिमय नज़ारों से भर गई। सूरज की पहली किरणें राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर से टकराते ही पूरा दृश्य मनोहारी बन गया। 25 नवंबर को विवाह पंचमी के दिन अभिजीत मुहूर्त में मंदिर के शिखर पर ‘धर्म ध्वज’ फहराया जाएगा। इस अवसर पर शहर में देशभर से आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है और हर ओर ‘जय श्री राम’ के जयकारे गूँज रहे हैं।

राम मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में साधु-संतों ने विशेष पूजा-अर्चना कर इस दिन को ऐतिहासिक बताया। घाटों, गलियों और मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। भक्तों का कहना है कि यह पल सदियों की तपस्या का प्रतिफल है और ध्वजारोहण में शामिल होना उनके जीवन का सौभाग्य है।

ध्वजारोहण के लिए चुना गया अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:29 बजे तक रहेगा। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। लगभग 6,970 कर्मियों, जिनमें ATS कमांडो, NSG स्नाइपर्स, साइबर टीम और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं, को अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे सप्तमंदिर, वशिष्ठ, विश्वामित्र, वाल्मीकि, निषादराज गुहा, माता शबरी और शेषावतार मंदिरों में दर्शन करेंगे। इसके बाद वह 11 बजे माता अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचेंगे।


प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब 12 बजे राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराएंगे। यह ध्वज त्रिभुजाकार होगा, जिस पर सूर्य, कोविदारा वृक्ष और ‘ॐ’ का प्रतीक अंकित रहेगा।