वन्यजीव प्रेमियों का इंतजार आज खत्म हो गया जब राजाजी टाइगर रिजर्व के सभी पर्यटन गेट सोमवार को औपचारिक रूप से खोल दिए गए। पार्क की मोतीचूर, चीला, रानीपुर और मोहंड रेंज अपने वन्यजीव पर्यटन के लिए प्रसिद्ध हैं। मोतीचूर रेंज में पर्यटन सत्र की शुरुआत पूजा-अर्चना के साथ हुई। रेंज अधिकारी महेश सेमवाल और वार्डन सरिता भट्ट ने रिबन काटकर नई सत्र की औपचारिक शुरुआत की।

चीला रेंज में वार्डन चित्रांजलि नेगी, रेंज अधिकारी बीडी तिवारी और राजेश जोशी ने चीला पर्यटन मार्ग को पर्यटकों के लिए खोला। मोतीचूर रेंज में आने वाले पर्यटकों के लिए नए रिसेप्शन सेंटर का निर्माण भी किया गया है। पार्क प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि पर्यटक सुरक्षित और सहज तरीके से वन्यजीवों का आनंद ले सकें।

प्रवेश शुल्क में कोई बदलाव नहीं
राजाजी टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों का दीदार करने आने वाले पर्यटकों से प्रवेश शुल्क वही लिया जाएगा जो पिछले साल था। मोतीचूर रेंज अधिकारी महेश सेमवाल के अनुसार भारतीय पर्यटकों से 150 रुपये, विदेशी पर्यटकों से 600 रुपये, भारतीय वाहनों से 250 रुपये और विदेशी वाहनों से 500 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। छात्रों को 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। वन विश्राम भवन में ठहरने का शुल्क 1000 रुपये निर्धारित किया गया है। व्यावसायिक कैमरे का शुल्क 500 रुपये लिया जाएगा।

डग्गामार वाहनों पर प्रतिबंध
पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीव संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मोतीचूर रेंज में डग्गामार वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। केवल पंजीकृत वाहनों और टैक्सी नंबर वाले वाहन ही जंगल सफारी के लिए अनुमति प्राप्त करेंगे। इससे पर्यटकों और वन्यजीवों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।