माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला के भारत दौरे के दौरान बुधवार को उनकी मुलाकात अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी से हुई। यह मुलाकात उद्योग और तकनीक जगत के लिए खास मानी जा रही है। बातचीत के बाद गौतम अदाणी ने नडेला के विजन और नेतृत्व क्षमता की खुलकर तारीफ की।

नडेला ने दिखाया अपने बनाए एआई एप्लिकेशन का डेमो

गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मुलाकात की एक तस्वीर साझा करते हुए बताया कि सत्या नडेला ने उन्हें उन एआई ऐप्स का लाइव डेमो दिखाया, जिन्हें वे स्वयं विकसित कर रहे हैं। अदाणी ने इसे ‘हैंड्स-ऑन लीडरशिप’ का अनोखा उदाहरण बताया और कहा कि नडेला जैसी शख्सियत का सीधे तकनीक पर काम करना प्रेरणादायक है।

दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आने वाले समय में भौतिक और डिजिटल दुनिया का संयोजन और तेज होगा, जिसमें एआई की भूमिका निर्णायक होगी। अदाणी ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ तकनीकी साझेदारी को और आगे बढ़ाने की इच्छा भी व्यक्त की।

भारत में माइक्रोसॉफ्ट का ₹1.6 लाख करोड़ का निवेश

इसी दौरान माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की कि वह भारत के एआई इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के लिए 17.5 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करेगी। यह एशिया में कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश माना जा रहा है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्या नडेला की मुलाकात के बाद हुआ, जिसमें भारत के एआई रोडमैप पर विस्तृत चर्चा की गई।

भारत के तकनीकी मॉडल की नडेला ने सराहना

नडेला तीन दिवसीय भारत यात्रा पर हैं और दिल्ली, बेंगलुरु तथा मुंबई में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत ने ऐसा तकनीकी मॉडल विकसित किया है, जिसकी नकल दुनिया का कोई भी देश नहीं कर सकता। भारत स्टैक और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे प्रयासों को उन्होंने अद्वितीय बताया।

माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि आने वाले वर्षों में वह भारत के साथ मिलकर देश के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को एआई पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलने की दिशा में काम करेगी, जिससे भारत वैश्विक तकनीकी नेतृत्व की ओर तेजी से बढ़ सकेगा।

30 करोड़ से अधिक श्रमिकों को फायदा

नडेला ने अपने एक पोस्ट में यह भी बताया कि माइक्रोसॉफ्ट की साझेदारी से श्रम मंत्रालय को 30 करोड़ से ज्यादा असंगठित श्रमिकों को बेहतर रोजगार अवसर और सामाजिक सुरक्षा से जोड़ने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि यह उदाहरण साबित करता है कि जब तकनीक व्यापक स्तर पर लोगों तक पहुंचती है, तो इसका प्रभाव कितना सकारात्मक हो सकता है।