गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों के भीतर गाजा पट्टी में भुखमरी के चलते कम से कम 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक नवजात भी शामिल है। इस प्रकार, इजराइल की ओर से मानवीय सहायता की आपूर्ति पर लगाई गई रोक के कारण अब तक भूख से मरने वालों की कुल संख्या 147 तक पहुंच गई है, जिनमें 88 बच्चे शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि मौजूदा हालात में 40 हजार से अधिक नवजातों की जान खतरे में है।
मार्च से इजराइल द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के चलते गाजा में खाद्यान्न और अन्य राहत सामग्री की आपूर्ति लगभग पूरी तरह बंद है। सोमवार को जिन लोगों की मौत हुई, उनमें मोहम्मद इब्राहिम अदास नामक एक नवजात भी था, जिसकी जान अत्यधिक कुपोषण और शिशु आहार की अनुपलब्धता के कारण चली गई।
अस्पतालों में गहराता संकट, हजारों की जान पर खतरा
गाजा स्थित अल-शिफा अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं। अस्पताल के निदेशक डॉ. मुहम्मद अबू सलमिया ने कहा, “हम मौतों की तेज़ रफ्तार पर गहरी चिंता जता रहे हैं, क्योंकि गाजा के सभी इलाकों में अब भुखमरी अपने सबसे खतरनाक चरण में पहुंच चुकी है।” उन्होंने आगाह किया कि यदि स्थिति नहीं बदली, तो हजारों और मौतें हो सकती हैं।
इजराइली नाकेबंदी पर वैश्विक दबाव, ट्रंप ने भी जताई नाराज़गी
गाजा में बिगड़ते हालात को लेकर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी का इजराइल पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पहली बार सार्वजनिक रूप से मानवीय संकट पर चिंता जताई है। उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अपील की है कि गाजा में तत्काल सहायता पहुंचाई जाए। ट्रंप ने यह बयान उन तस्वीरों के सामने आने के बाद दिया, जिनमें कुपोषित बच्चों की हालत बेहद गंभीर दिखाई गई है।