विमान हादसे के बाद भी बोइंग पर दांव, एयर इंडिया खरीदेगी 6 पुराने 777 जेट

12 जून 2025 का दिन भारतीय विमानन इतिहास का एक गहरा जख्म बन गया, जब अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर महज 32 सेकंड में मेघाणी नगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस त्रासदी में विमान में सवार सभी 241 लोगों की जान चली गई, और देश एक बड़े सदमे में डूब गया। इसी हादसे के कुछ सप्ताह बाद, एयर इंडिया द्वारा एक बार फिर बोइंग विमानों की खरीद के लिए तैयारी किए जाने की खबर सामने आई है।

बोइंग 777 विमान खरीदने की योजना, ₹1,660 करोड़ के कर्ज की तैयारी

टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया, अमेरिकी विमान लीजिंग कंपनी से बोइंग 777 विमानों का एक बेड़ा खरीदने के लिए 200 मिलियन डॉलर (लगभग ₹1,660 करोड़) का बैंक लोन लेने की योजना बना रही है। ‘इकोनॉमिक टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, यह कर्ज एयर इंडिया की गिफ्ट सिटी स्थित सहायक इकाई AI Fleet Services IFSC Ltd. के माध्यम से लिया जाएगा, जो एयर इंडिया और उसकी सहायक इकाई एयर इंडिया एक्सप्रेस के लिए विमान खरीदने और लीज पर लेने का कार्य करती है।

हादसे के बाद धीमा पड़ा था सौदा, अब फिर सक्रियता

सूत्रों के अनुसार, इस वित्तीय सौदे पर चर्चा वर्ष की शुरुआत में शुरू हुई थी, लेकिन अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद बातचीत कुछ समय के लिए थम गई थी। अब एक बार फिर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है, हालांकि डील की शर्तों में बदलाव की संभावना बनी हुई है। बताया गया है कि यह ऋण ‘सिक्योर्ड ओवरनाइट फाइनेंसिंग रेट’ (SOFR) से जुड़ा हो सकता है।

पुराने विमानों को खरीदेगी एयर इंडिया

सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया जिन छह बोइंग 777 विमानों को खरीदने जा रही है, वे पहले से कंपनी के बेड़े में परिचालन में हैं। ये विमान 11 से 13 वर्ष पुराने हैं और मुख्य रूप से भारत-अमेरिका मार्गों पर उड़ान भरते हैं। Flightradar24 की जानकारी के अनुसार, इन विमानों का उपयोग लंबी दूरी की उड़ानों के लिए किया जा रहा है। एयर इंडिया का उद्देश्य है कि नए विमानों की डिलीवरी से पहले मौजूदा उड़ान सेवाओं में कोई रुकावट न आए।

विमानों की कमी और डिलीवरी में देरी से जूझ रही है एयर इंडिया

टाटा समूह द्वारा जनवरी 2022 में एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद, कंपनी ने बोइंग और एयरबस से कुल 570 नए विमानों का ऑर्डर दिया है। हालांकि, सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों के कारण विमानों की डिलीवरी में देरी हो रही है। ऐसे में पुराने विमानों को खरीदकर कंपनी अपनी सेवाओं को बनाए रखने की रणनीति अपना रही है। इसके अलावा, एयर इंडिया 50 बोइंग 737 मैक्स विमानों की डिलीवरी को भी गति देने की कोशिश कर रही है, जो पहले चीनी एयरलाइंस के लिए बनाए गए थे।

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