भारत में डिजिटल भुगतान की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पेटीएम ने UPI ट्रांजैक्शन को और अधिक सुरक्षित, आसान और यूज़र-फ्रेंडली बनाने के लिए कई नए फीचर लॉन्च किए हैं। कंपनी ने QR कोड और साउंडबॉक्स जैसी तकनीकों के ज़रिए पहले ही पेमेंट इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव लाया था, और अब पांच नए इनोवेशन के साथ वह उपयोगकर्ताओं और व्यापारियों की बदलती जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रही है।

ट्रांजैक्शन हाइड/अनहाइड का विकल्प

पहली बार पेटीएम ने एक ऐसा प्राइवेसी टूल पेश किया है जिससे उपयोगकर्ता अपनी किसी भी UPI लेन-देन को अपनी पेमेंट हिस्ट्री से छुपा या वापस दिखा सकते हैं। यह सुविधा खास तौर पर व्यक्तिगत या गोपनीय खर्चों को छिपाकर रखने में मदद करती है। छिपाई गई ट्रांजैक्शन जानकारी केवल प्रमाणीकरण (ऑथेंटिकेशन) के बाद ही देखी जा सकती है।

स्टेटमेंट अब PDF और एक्सेल में उपलब्ध

पेटीएम पर अब UPI ट्रांजैक्शन का स्टेटमेंट PDF और Excel दोनों फ़ॉर्मेट में डाउनलोड किया जा सकता है। इससे व्यक्तिगत खर्चों की निगरानी या व्यावसायिक अकाउंटिंग अब कहीं ज़्यादा आसान हो गई है।

खुद की UPI ID चुनने की सुविधा

उपयोगकर्ता अब पेटीएम पर अपनी पसंद के अनुसार UPI ID बना सकते हैं, जैसे कि name@ptyes या name@ptaxis। इससे लेन-देन करते समय मोबाइल नंबर साझा करने की ज़रूरत नहीं पड़ती, जिससे निजता और सुरक्षा दोनों बढ़ती है।

सभी लिंक्ड बैंक खातों का बैलेंस एक जगह

अब यूज़र पेटीएम ऐप के ज़रिए अपने सभी UPI से जुड़े बैंक खातों का बैलेंस एक साथ देख सकते हैं। इससे हर बार अलग-अलग बैंकिंग ऐप खोलने की परेशानी नहीं होती और वित्तीय जानकारी एक जगह मिल जाती है।

‘Receive Money QR’ विजेट

पेटीएम ने एक नया QR विजेट लॉन्च किया है जिसे फोन की होम स्क्रीन पर लगाया जा सकता है। यह फीचर विशेष रूप से टैक्सी चालकों, डिलीवरी एजेंटों और फ्रीलांसर्स के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे भुगतान लेना और तेज़ हो जाएगा, वह भी बिना ऐप खोले।

UPI Lite में Auto Top-Up की सुविधा

रोज़मर्रा के छोटे भुगतान सुचारू रूप से चलते रहें, इसके लिए पेटीएम ने UPI Lite में Auto Top-Up सुविधा शुरू की है। जब बैलेंस घटता है, तो संबंधित बैंक खाते से स्वतः टॉप-अप हो जाता है।

पेटीएम का कहना है कि उसकी प्राथमिकता हमेशा नवाचार के ज़रिए उपयोगकर्ताओं को बेहतर और सुरक्षित अनुभव देना रही है। यही वजह है कि कंपनी मार्केटिंग के बजाय अपने प्रोडक्ट की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करती है और आज वह देश के सबसे भरोसेमंद UPI प्लेटफॉर्म्स में से एक बन चुका है।