सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर) के नतीजे जारी किए हैं, जिनमें कंपनी ने बेहतरीन प्रदर्शन दर्ज किया है। इस तिमाही में बीपीसीएल का कंसॉलिडेटेड मुनाफा 169 प्रतिशत की उछाल के साथ ₹6,442.53 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को ₹2,397.23 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
हालांकि, पिछली तिमाही (अप्रैल–जून 2025) की तुलना में कंपनी के मुनाफे में करीब 5.2 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई है, जब यह ₹6,123.93 करोड़ था।

रेवेन्यू और ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस

कंपनी की कुल आय (Revenue from Operations) सालाना आधार पर 3.1 प्रतिशत बढ़कर ₹1,21,570.90 करोड़ रही, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹1,17,917.43 करोड़ थी। हालांकि, जून 2025 तिमाही के ₹1,29,577.89 करोड़ के मुकाबले इसमें 6.17 प्रतिशत की गिरावट आई है।
ऑपरेटिंग स्तर पर कंपनी का प्रदर्शन स्थिर रहा। बीपीसीएल का EBITDA (ब्याज, टैक्स और डेप्रिसिएशन से पहले की कमाई) बढ़कर ₹9,778 करोड़ पर पहुंचा, जो पिछली तिमाही के ₹9,664 करोड़ से थोड़ा अधिक है। वहीं, EBITDA मार्जिन 8.6% से बढ़कर 9.3% हो गया, जो कंपनी की ऑपरेटिंग एफिशिएंसी में सुधार को दर्शाता है।

निवेशकों को मिला डिविडेंड का तोहफा

बीपीसीएल ने निवेशकों को बड़ी राहत देते हुए ₹10 के फेस वैल्यू वाले शेयर पर ₹7.5 (75%) का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। यह निर्णय कंपनी की वित्तीय मजबूती और शेयरधारकों के प्रति भरोसे को दर्शाता है।
कंपनी ने बताया कि डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट 7 नवंबर 2025 तय की गई है। जिन निवेशकों के नाम इस तिथि तक कंपनी के रिकॉर्ड में होंगे, उन्हें लाभांश प्राप्त होगा। भुगतान की प्रक्रिया 29 नवंबर 2025 तक पूरी कर दी जाएगी।

शेयर बाजार में हल्की गिरावट

शानदार नतीजों के बावजूद शुक्रवार को बीपीसीएल का शेयर 0.24 प्रतिशत फिसलकर ₹356.80 प्रति शेयर पर बंद हुआ। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक कंपनी की दीर्घकालिक विकास संभावनाओं और लाभांश नीति को लेकर सकारात्मक बने हुए हैं।