मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने क्विक कॉमर्स कंपनी ज़ेप्टो में 100 मिलियन डॉलर मूल्य के शेयर खरीदे हैं। एक सूत्र के अनुसार, दोनों ने व्यक्तिगत क्षमता में 50-50 मिलियन डॉलर के शेयर मौजूदा शेयरधारकों से खरीदे हैं, न कि सीधे कंपनी से।

भारतीय स्वामित्व बढ़ाने की योजना

यह निवेश ऐसे समय में हुआ है जब ज़ेप्टो भारतीय स्वामित्व को बढ़ाकर देशी कंपनी बनने की दिशा में काम कर रही है। ओसवाल और अग्रवाल ने ये शेयर ज़ेप्टो के शुरुआती विदेशी निवेशकों से खरीदे हैं, जिनमें रॉकेट इंटरनेट और लैची ग्रूम जैसे नाम शामिल हैं।

अगले चरण में बड़ा निवेश

मोतीलाल ओसवाल की योजना ज़ेप्टो में और निवेश करने की है। इसके तहत 250 मिलियन डॉलर के सौदे की तैयारी है, जिसमें एडलवाइस और हीरो फिनकॉर्प भी भागीदार होंगे। इस सौदे के जरिए ज़ेप्टो का मूल्यांकन 5 बिलियन डॉलर आंका गया है।

भारतीय स्वामित्व का लक्ष्य

ज़ेप्टो के संस्थापक कंपनी में भारतीय स्वामित्व को 42% तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रहे हैं। आगामी आईपीओ से पहले स्वामित्व को 50% से अधिक करने की भी योजना है, जिससे ज़ेप्टो एक प्रमुख भारतीय कंपनी के रूप में उभर सके।