भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं, जिनमें कंपनी का शुद्ध मुनाफा साल-दर-साल 7,728 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,098 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, यानी 31% की तेजी दर्ज हुई। इसी दौरान नई पॉलिसियों से मिलने वाली प्रीमियम आय भी बढ़कर 1,26,930 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 1,20,326 करोड़ रुपये थी।

हालांकि, वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के 10,957 करोड़ रुपये की तुलना में इस तिमाही का टैक्स के बाद का मुनाफा 8% कम रहा। वहीं, कुल प्रीमियम आय अप्रैल-जून तिमाही में 1,19,618 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,26,930 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, यानी 6% की वृद्धि हुई।

प्रीमियम में हुआ इजाफा
एलआईसी का पहले साल का प्रीमियम Q2FY26 में 10,884 करोड़ रुपये रहा, जबकि Q1FY26 में यह 7,566 करोड़ रुपये था। रिन्यूअल प्रीमियम 65,320 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि एक साल पहले यह 62,236 करोड़ रुपये था। सिंगल प्रीमियम इस तिमाही में 50,882 करोड़ रुपये रहा, जो Q1FY26 के 52,008 करोड़ से थोड़ी कम, लेकिन Q2FY25 के 46,997 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

छमाही में भी बढ़ा मुनाफा
H1FY26 में LIC का शुद्ध मुनाफा 16% बढ़कर 21,040 करोड़ रुपये रहा। कुल प्रीमियम आय भी 5% बढ़कर 2,45,680 करोड़ रुपये हुई। नॉन-पार APE 30.47% बढ़कर 6,234 करोड़ रुपये पहुंच गया। व्यक्तिगत बिजनेस में नॉन-पार APE की हिस्सेदारी 36.31% रही, जबकि पिछले वर्ष यह 26.31% थी।

ग्रुप बिजनेस का APE 20.30% बढ़कर 11,864 करोड़ रुपये हो गया, कुल APE 29,034 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। नए बिजनेस का वैल्यू (VNB) 12.30% बढ़कर 5,111 करोड़ रुपये हुआ, जबकि VNB मार्जिन 17.6% पर पहुंचा। कुल खर्च अनुपात FY25 की पहली छमाही के 12.74% से घटकर 11.28% रह गया। LIC का AUM 3.31% बढ़कर 57.23 लाख करोड़ रुपये और सॉल्वेंसी रेशियो 2.13 हो गया।

शेयर बाजार में हल्की गिरावट
एलआईसी के शेयर गुरुवार को 1.29% की गिरावट के साथ 894 रुपये पर बंद हुए। कंपनी के बेहतर तिमाही नतीजों के कारण आने वाले कारोबारी दिन में शेयर में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।