भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच बातचीत आगे बढ़ रही है और जल्द ही किसी नतीजे तक पहुंचा जा सकता है।
मैनहट्टन में हुई चर्चा
मैनहट्टन स्थित 9/11 स्मारक के निकट वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में न्यूजवीक के सीईओ देव प्रगाद से बातचीत करते हुए डॉ. जयशंकर ने कहा, “हम व्यापार को लेकर लगातार चर्चा कर रहे हैं। मेरी जानकारी के अनुसार अधिकांश विषयों पर सहमति बन चुकी है और हम जल्द ही किसी ठोस निष्कर्ष तक पहुंच सकते हैं। मुझे आशा है कि समझौता सफलतापूर्वक संपन्न होगा, हालांकि अंतिम निर्णय में दूसरा पक्ष भी शामिल है, इसलिए पूरी गारंटी नहीं दी जा सकती।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे किसी भी समझौते में “लेन-देन का संतुलन आवश्यक होता है”, और यह सुनिश्चित करना होगा कि दोनों पक्ष लाभान्वित हों।
समझौते के लिए अमेरिका में मौजूद है भारतीय प्रतिनिधिमंडल
डॉ. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच यह चर्चा पिछले कई महीनों से चल रही है और यह संभवतः किसी भी द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में अब तक की सबसे विस्तृत बातचीत में से एक है। वर्तमान में भारत का एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में मौजूद है, जो समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहा है।
व्हाइट हाउस की भी पुष्टि
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी इस दिशा में उम्मीद जताई है। एक पत्रकार के सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
साझेदारी की ओर बढ़ते कदम
डॉ. जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका को एक साझा दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता है, जहां दोनों देश एक-दूसरे के हितों और चिंताओं को समझें। “जिस तरह अमेरिका के लोग भारत के बारे में सोचते हैं, उसी तरह भारतीयों की भी अमेरिका के बारे में राय होती है। दोनों पक्षों को एक साझा बिंदु खोजकर सहमति बनानी होगी, और मुझे विश्वास है कि यह संभव है,” उन्होंने कहा।