भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, ये लगातार दसवीं बार जब केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर कायम रखा है. बता दें कि इससे पहले मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की तीन दिवसीय बैठक सोमवार (7 अक्टूबर) को शुरू हुई. इसके बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को बैठक में लिए गए निर्णयों के बारे में जानकारी दी.
जिसमें उन्होंने बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है और ये 6.5 फीसदी बनी रहेगी. बता दें कि रेपो रेट वो दर होती है, जिस पर केंद्रीय बैंक यानी आरबीआई अन्य बैंकों को कर्ज देता है. रिजर्व बैंक जब रेपो रेट में बढ़ोतरी करता है तो बैंकों को महंगी दरों पर आरबीआई से कर्ज मिलता है. जिसका असर आम कर्जदातों पर पड़ता है.
लगातार 10वीं बार नहीं बदला रेपो रेट
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार सुबह 10 बजे मॉनेटरी पॉलिसी के नतीजे पेश किए. मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने के फैसला लिया गया. बता दें कि केंद्रीय बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी का फैसला एक्सपर्ट्स के अनुमान के मुताबिक है, क्योंकि एक्सपर्ट्स ने पहले ही अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो दरों में किसी भी तरह के बदलाव की उम्मीद जताई थी. इस तरह से ये लगातार 10वीं बार है जब केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है.