सहारा इंडिया घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा कदम उठाया है। एजेंसी ने सहारा इंडिया, इसके संस्थापक सुब्रतो रॉय के परिजनों और कई शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ कोलकाता की पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में करीब 1 लाख 74 हजार करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले का आरोप लगाया गया है।

जांच में सामने आया कि सहारा ग्रुप ने निवेशकों को ऊंचा रिटर्न देने का वादा कर विभिन्न योजनाओं में लगभग 1.74 लाख करोड़ रुपये जुटाए। लेकिन जब लोग पैसा निकालने पहुंचे तो उन्हें रकम नहीं लौटाई गई। ईडी का कहना है कि यह रकम पोंजी स्कीम के जरिए वसूली गई थी।

चार्जशीट में सुब्रतो रॉय की पत्नी सपना रॉय, बेटे सुशांतो रॉय के अलावा जेपी वर्मा, अनिल अब्राहम समेत अन्य अधिकारियों के नाम शामिल हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक, सुशांतो रॉय पूछताछ में शामिल नहीं हुआ, जिसके चलते उसे भगोड़ा माना जा रहा है। अब उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी करने की तैयारी है।

ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि सहारा ग्रुप ने हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (HICCSL) और अन्य संस्थाओं के माध्यम से गांव-गांव एजेंट तैनात कर निवेशकों को लुभाया। उन्हें यह भरोसा दिलाया गया कि उनका पैसा सुरक्षित रहेगा और समय पर अधिक रिटर्न मिलेगा। लेकिन यह वादे एक बड़े घोटाले में बदल गए।

गौरतलब है कि सुब्रतो रॉय सहारा का 2023 में 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। सहारा ग्रुप के खिलाफ देशभर में 500 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें से 300 से अधिक मामले मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट से जुड़े हैं। लाखों निवेशक आज भी अपनी रकम वापसी का इंतजार कर रहे हैं। ईडी के अनुसार, छापेमारी में मिले दस्तावेजों और जब्त रिकॉर्ड की जांच फिलहाल जारी है।