माइक्रोसॉफ्ट में हाल ही में हुई छंटनी को लेकर सीईओ सत्या नडेला ने कर्मचारियों को एक मेमो भेजा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जब कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन रिकॉर्ड स्तर पर है, शेयर बाजार में इसके स्टॉक्स ऊंचाइयों पर हैं और AI के क्षेत्र में जबरदस्त निवेश किया जा रहा है।
गुरुवार को जारी मेमो में नडेला ने छंटनी का जिक्र करते हुए कहा, “मैं सबसे पहले उस विषय पर बात करना चाहता हूं जो न केवल मुझे, बल्कि आप सभी को भी चिंतित कर रहा है – हालिया नौकरी में कटौती।”
2025 में अब तक 17,000 से ज्यादा की छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट इस वर्ष अब तक 15,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाल चुका है, जबकि करीब 2,000 कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर हटाया गया। यह निर्णय उस वक्त आया जब कंपनी ने हाल के तीन वित्तीय तिमाहियों में करीब 75 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ दर्ज किया है और 80 अरब डॉलर की पूंजी AI इंफ्रास्ट्रक्चर में झोंकने की योजना बना रही है। इसी महीने माइक्रोसॉफ्ट के शेयर पहली बार 500 डॉलर से ऊपर बंद हुए।
नडेला ने दी सफाई, बताया क्यों उठाया गया ये कदम
अपने मेमो में नडेला ने लिखा, “यदि हम हर तर्कसंगत मापदंड पर नजर डालें तो माइक्रोसॉफ्ट बेहतरीन स्थिति में है—चाहे वह बाजार की पकड़ हो, रणनीतिक दिशा हो या विकास की गति।” उन्होंने कहा कि कंपनी अब पहले से कहीं अधिक पूंजीगत निवेश कर रही है और कुछ बेहद प्रतिभाशाली लोगों को उचित स्थान और पुरस्कार मिल रहे हैं। फिर भी, संगठनात्मक ज़रूरतों के कारण कर्मचारियों की कटौती जरूरी हो गई।
सीधी रेखा में नहीं चलती तरक्की
नडेला ने कहा कि तकनीकी दुनिया में स्थायित्व नाम की कोई चीज नहीं होती। “प्रगति एक सीधी रेखा में नहीं चलती। यह लगातार बदलती प्रक्रिया है जिसमें तालमेल और नई मांगों के अनुसार खुद को ढालना पड़ता है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने इस दौर को नए अवसरों का समय बताते हुए कहा कि कंपनी को खुद को नए सिरे से परिभाषित करना होगा—नई चीजें सीखनी होंगी और कुछ पुरानी प्रक्रियाओं को पीछे छोड़ना होगा।
छंटनी से कर्मचारियों में निराशा
हालांकि, CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, छंटनी से प्रभावित कई पूर्व कर्मचारियों ने इस फैसले पर दुख और नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट में काम करना उनके लिए गर्व की बात थी और इस तरह से हटाए जाना बेहद निराशाजनक अनुभव रहा।