भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (जून तिमाही) के नतीजे घोषित किए। बैंक का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 12% बढ़कर 19,160 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 17,035 करोड़ रुपये था। यह वृद्धि बाजार की उम्मीदों से अधिक रही।
ब्याज से बैंक की कुल आय 1,17,996 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की जून तिमाही के 1,11,526 करोड़ रुपये की तुलना में 6% ज्यादा है। वहीं, ब्याज के रूप में किए गए भुगतान 9% बढ़कर 76,923 करोड़ रुपये पर पहुंच गए।
लाभ बढ़ने के कारण
एसबीआई ने बताया कि परिचालन दक्षता में सुधार और खर्चों पर नियंत्रण ने मुनाफे में बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाई। हालांकि, बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 41,072 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के 41,125 करोड़ रुपये से 0.13% कम है। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी 3.22% से घटकर 2.90% हो गया। बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना 15% बढ़कर 30,544 करोड़ रुपये पर पहुंचा।
लोन और डिपॉजिट में इजाफा
Q1FY26 में बैंक के कुल ऋण 12% बढ़कर 42.54 लाख करोड़ रुपये हो गए। रिटेल पर्सनल लोन में 13% की वृद्धि के साथ यह 15.39 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा। कृषि क्षेत्र में भी 13% की बढ़त हुई, जबकि SME और कॉरपोरेट लोन में क्रमशः 19% और 5.7% की वृद्धि दर्ज हुई। कुल डिपॉजिट सालाना 12% बढ़कर 54.73 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गए।
शेयर बाजार में हल्की गिरावट
नतीजों के दिन बीएसई में एसबीआई का शेयर मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। दोपहर 2:15 बजे तक सेंसेक्स लगभग 500 अंक फिसल चुका था और बैंक का स्टॉक लाल निशान में था।