रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कोशिशों के बीच रविवार को अमेरिका के फ्लोरिडा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की प्रस्तावित मुलाकात से पहले हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। इस अहम बैठक से ठीक पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को कड़ा संदेश देते हुए साफ कर दिया है कि अगर बातचीत के जरिए समाधान नहीं निकलता, तो रूस अपने सैन्य उद्देश्यों को बल प्रयोग से पूरा करेगा।

रूसी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि कीव प्रशासन संघर्ष को शांतिपूर्ण ढंग से खत्म करने के प्रति गंभीर नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि यदि यूक्रेन नेतृत्व शांति वार्ता में रुचि नहीं लेता, तो रूस के पास सैन्य कार्रवाई जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। रूसी सरकारी मीडिया के अनुसार, पुतिन ने यह टिप्पणी ऐसे समय पर की है जब यूक्रेन के खिलाफ हमलों में तेजी देखी जा रही है।

पुतिन ने दोहराया कि यूक्रेन की सरकार शांति समझौते को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं दिखा रही। उन्होंने याद दिलाया कि वह एक साल पहले भी इस विषय पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रख चुके हैं, लेकिन हालात में अब तक कोई सकारात्मक बदलाव नजर नहीं आया है। उनका कहना है कि कीव के नेता अब भी इस युद्ध को बातचीत के जरिए समाप्त करने को प्राथमिकता नहीं दे रहे।

इसी बीच रूस की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास के इलाकों पर बड़ा हवाई हमला किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक रातभर चले इस हमले में सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि करीब दस घंटे तक चला यह हमला इस बात का संकेत है कि रूस फिलहाल युद्ध रोकने के मूड में नहीं है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2022 से शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।

रूस की सैन्य गतिविधियों में भी लगातार तेजी देखी जा रही है। क्रेमलिन ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति पुतिन ने हाल ही में एक सैन्य कमांड पोस्ट का दौरा किया, जहां उन्हें शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने जमीनी हालात से अवगत कराया। रूसी पक्ष का दावा है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के डोनेट्स्क और जापोरिजिया क्षेत्रों में कुछ नए इलाकों पर नियंत्रण हासिल किया है।

उधर, पूरी दुनिया की नजरें अब फ्लोरिडा में होने वाली ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में चार वर्षों से जारी इस युद्ध को समाप्त करने के संभावित विकल्पों पर चर्चा हो सकती है। बातचीत के एजेंडे में यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी, क्षेत्रीय विवाद और खास तौर पर डोनेट्स्क व जापोरिजिया जैसे इलाकों का मुद्दा प्रमुख रह सकता है। ऐसे में यह बैठक तय करेगी कि क्या युद्ध थामने की दिशा में कोई ठोस पहल संभव हो पाएगी या नहीं।