कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही डर का एहसास होता है। इसका असर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन शुरुआती चरण में पूरे शरीर में इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं। कई बार मरीज इन संकेतों को मामूली समझकर अनदेखा कर देते हैं। जब तक कैंसर दूसरी या तीसरी स्टेज पर पहुंचता है, तब तक इसका पता चल पाता है। इसलिए जरूरी है कि किसी भी असामान्य लक्षण के दिखने पर तुरंत जांच करवाई जाए। खासतौर पर त्वचा पर दिखने वाले संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह कैंसर की पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

त्वचा पर दिखने वाले कैंसर के लक्षण

त्वचा पर दिखने वाले लक्षण आमतौर पर सबसे स्पष्ट और प्रारंभिक होते हैं। त्वचा का रंग बदलना, रूखापन, सूखापन, फफोले, छोटे लाल दाने और पीलिया जैसे लक्षण कैंसर की शुरुआती पहचान हो सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अक्सर मरीज इन संकेतों को त्वचा संबंधी सामान्य समस्या मानकर इलाज करते रहते हैं, जिससे कैंसर का असली कारण छिपा रह जाता है।

त्वचा के कैंसर के शुरुआती संकेत:

  • त्वचा का रंग असामान्य रूप से बदलना।
  • त्वचा पर सूखे या बेजान धब्बे का दिखना।
  • त्वचा पर छोटे लाल दाने या फफोले पड़ना।
  • पीलिया के लक्षण, जिसमें आंख और त्वचा का पीलापन शामिल है।

एक्सपर्ट की राय

श्री जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर संस्थान के वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. ऋषि गुप्ता के अनुसार, त्वचा पर कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर सबसे पहले नजर आते हैं। इन संकेतों को मामूली समस्या समझकर टालना घातक साबित हो सकता है।

लक्षण दिखने पर क्या करें?

अगर त्वचा पर इन लक्षणों के साथ-साथ थकान, भूख में कमी, कमजोरी, पेशाब में दिक्कत या बुखार जैसे लक्षण भी महसूस हो रहे हों, तो तुरंत जांच करवानी चाहिए। त्वचा पर दिखने वाले किसी भी असामान्य लक्षण को हल्के में न लें। डॉक्टर से परामर्श लेकर ब्लड टेस्ट या अन्य आवश्यक जांचें करानी चाहिए।

कैंसर का प्रारंभिक इलाज है संभव

यदि कैंसर की पहचान शुरुआती चरण में हो जाती है, तो इसका पूरा इलाज संभव है। इसलिए किसी भी प्रकार के त्वचा संबंधी बदलाव को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।