तिरुवनंतपुरम: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) सरकार और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को कड़े शब्दों में आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और वहां एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं।

अमित शाह ने यह बयान तिरुवनंतपुरम में भाजपा के नए राज्य कार्यालय 'मराजी भवन' के उद्घाटन समारोह के दौरान दिया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के चुनावी अभियान का शंखनाद भी किया।

LDF-UDF दोनों पर भ्रष्टाचार के आरोप

गृह मंत्री ने कहा कि न केवल एलडीएफ बल्कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) भी भ्रष्टाचार के मामलों से अछूता नहीं रहा है। शाह ने एलडीएफ सरकार पर सहकारी बैंक घोटाला, विस्फोटक घोटाला, एआई कैमरा घोटाला, लाइफ मिशन घोटाला, पीपीई किट घोटाला और सोना तस्करी जैसे मामलों में लिप्त होने का आरोप लगाया, जिसे उन्होंने भारत का सबसे बड़ा गोल्ड स्मगलिंग स्कैम बताया।

भाजपा बनाम वामपंथ: विचारधारा का फर्क

शाह ने कहा कि भले ही भाजपा और माकपा दोनों कैडर-आधारित पार्टियां हैं, लेकिन उनके मूल्यों और उद्देश्य में स्पष्ट अंतर है। “केरल में वामपंथी दलों के लिए कैडर की भलाई राज्य के विकास से ऊपर है, जबकि भाजपा के लिए विकसित केरल का लक्ष्य सर्वोपरि है।”

विकसित केरलम—भविष्य का एजेंडा

अमित शाह ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य मुख्यमंत्री पद हासिल करना नहीं, बल्कि ऐसा संगठन बनाना है जो "विकसित केरलम" के निर्माण में केंद्रीय भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत” का मार्ग “विकसित केरलम” से होकर ही निकलेगा और अब भाजपा का प्राथमिक उद्देश्य यही होगा।

नक्सलवाद, आतंकवाद और केंद्र सरकार की भूमिका

गृह मंत्री ने भरोसा जताया कि देश 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही संभव है, यह कहते हुए उन्होंने उरी, पुलवामा और ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण दिया। उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार ने केरल को कांग्रेस सरकार की तुलना में कई गुना अधिक आर्थिक सहायता प्रदान की है और इसका पूरा लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जाएगा।