नई दिल्ली। वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मिलने के बाद कांग्रेस ने उनकी तुलना भारत के विपक्षी नेता राहुल गांधी से कर दी है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मचाडो और राहुल गांधी की तस्वीर साझा करते हुए कहा कि जैसे मचाडो अपने देश में लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही थीं, वैसे ही राहुल गांधी संविधान की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
राजपूत ने पोस्ट में लिखा, “इस बार शांति का नोबेल पुरस्कार वेनेजुएला की विपक्षी नेता को संविधान की रक्षा के लिए मिला है। भारत के विपक्षी नेता राहुल गांधी भी लोकतांत्रिक आदर्शों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि दोनों ही नेता अपने-अपने देशों में लोकतंत्र और अधिकारों के लिए संघर्षरत रहे हैं।
इस पोस्ट पर भाजपा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस की तुलना पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी को 99 बार चुनाव हारने के लिए ही नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी की तुलना मचाडो से करना “विचित्र” है और इसे हास्यास्पद बताया।
इस विवाद के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज हो गई है, जिसमें विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ने ही अपनी-अपनी राय रखी है।