नई दिल्ली: आगामी मानसून सत्र के मद्देनज़र कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए एक अहम बैठक बुलाई। यह बैठक पार्टी की संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी की अगुवाई में 10 जनपथ पर आयोजित की गई। हालांकि, बैठक में कुछ प्रमुख नेता अनुपस्थित रहे, जिनमें शशि थरूर, गौरव गोगोई और मणिक्कम टैगोर शामिल हैं।
थरूर ने लिखा पत्र, गोगोई और टैगोर ने बताई व्यस्तता
शशि थरूर ने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर सूचित किया कि पारिवारिक कारणों के चलते वह बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। वहीं, गौरव गोगोई ने पहले ही बता दिया था कि असम कांग्रेस के अध्यक्ष होने के कारण वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। मणिक्कम टैगोर ने भी अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए बैठक से दूरी बनाई। इस अनुपस्थिति को लेकर पार्टी हलकों में सवाल उठ रहे हैं, खासकर थरूर को लेकर हालिया असहमति की पृष्ठभूमि में।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक, वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी
बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, कुमारी शैलजा, के. सुरेश सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। चर्चा का केंद्र आगामी मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की भूमिका और रणनीति रही।
हंगामेदार रह सकता है मानसून सत्र
कांग्रेस इस सत्र में केंद्र सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही, पार्टी पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और उससे जुड़े अंतरराष्ट्रीय मसलों पर भी संसद में चर्चा की मांग कर रही है।
सत्र एक सप्ताह बढ़ाया गया
संसद का मानसून सत्र अब 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा, जो पहले से निर्धारित अवधि से एक सप्ताह अधिक है। पहले यह सत्र 12 अगस्त को समाप्त होने वाला था, लेकिन इसे बढ़ा दिया गया है।
राज्यसभा के सभापति से मिले खरगे
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने विपक्ष की ओर से यह मांग रखी कि सत्र में रणनीतिक, राजनीतिक, विदेश नीति और सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर गंभीर चर्चा की जाए ताकि संसद का यह सत्र जनहित के लिए उपयोगी सिद्ध हो।