नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को घोषणा की कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे अगले 10 से 15 दिनों में जनता के लिए खोला जाएगा। इसके चालू होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय लगभग 6.5 घंटे से घटकर केवल दो घंटे रह जाएगा।

राज्यसभा में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए गडकरी ने बताया कि 212 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले इस एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से समय मांगा है। इस परियोजना की लागत करीब 12,000 करोड़ रुपये है।

यह एक्सप्रेसवे चार खंडों में विभाजित है और दिल्ली में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई) से शुरू होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के ईपीई इंटरचेंज, बागपत, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाता है। पूरे मार्ग में यातायात और सुरक्षा के लिए कई विशेष प्रावधान किए गए हैं।

गणेशपुर से देहरादून तक का मार्ग वन्यजीवों के अनुकूल बनाया गया है। इसमें 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड, छह पशु अंडरपास, हाथियों के लिए दो अंडरपास, दो बड़े पुल और 13 छोटे पुल शामिल हैं। इस परियोजना को 2020 में मंजूरी मिली थी और दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी।

गडकरी ने राज्यसभा में यह भी बताया कि देश में 3.60 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली 574 निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं समय सीमा से पीछे चल रही हैं। हालांकि, पिछले पांच वर्षों में 574 में से 300 परियोजनाएं एक वर्ष से कम की देरी के साथ प्रगति पर हैं। मंत्रालय ने भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस वित्तीय वर्ष में अक्टूबर 2025 तक 3,468 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण पूरा किया गया है।