मुर्शिदाबाद जिले के रेजिनगर क्षेत्र में शनिवार को निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर ने कड़ी सुरक्षा के बीच नई मस्जिद के निर्माण की आधारशिला रखी। समारोह स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए थे। मौलवियों की मौजूदगी में कबीर ने मंच पर फीता काटकर शिलान्यास कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसके दौरान ‘नारा-ए-तकबीर, अल्लाहु अकबर’ के नारों की गूंज सुनाई दी।
कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए रेजिनगर और बेलडांगा इलाके में पुलिस बल, आरएएफ और केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। प्रशासन ने संभावित तनाव की आशंका को देखते हुए सुरक्षा प्रबंध पहले ही कड़े कर दिए थे।
हुमायूं कबीर को इसी सप्ताह टीएमसी से निलंबित किया गया था। पार्टी ने उनके इस कदम को सांप्रदायिक राजनीति से जुड़ा मामला बताते हुए कार्रवाई की थी। कबीर ने कुछ दिन पहले ही इस शिलान्यास समारोह की घोषणा की थी, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में विवाद तेज हो गया था और प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था करनी पड़ी थी।
कबीर ने आधारशिला कार्यक्रम के लिए 6 दिसंबर की तारीख चुनी, जो अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ के रूप में जानी जाती है। शिलान्यास के मौके पर उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में बाधा डालने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने दावा किया कि 2026 के विधानसभा चुनावों में राज्य के 90 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार जीत दर्ज कर सकते हैं।
निलंबित विधायक ने कहा, “कोई शक्ति इसे रोक नहीं सकती। हम कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेशों का पूरी तरह पालन कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया, “कुछ तत्व हिंसा भड़काकर कार्यक्रम को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दक्षिण बंगाल से आए लाखों लोग ऐसी हर कोशिश को नाकाम कर देंगे।”