कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहली बार सबसे बड़े एयरबस विमान ‘बेलुगा एक्सएल’ का पानी की बौछारों के साथ शानदार स्वागत किया गया। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। ‘बेलुगा एक्सएल’, ‘बेलुगा एसटी’ का उन्नत और बड़ा संस्करण है तथा यह बेलुगा श्रृंखला का सबसे बड़ा विमान है।

बेलुगा एक्सएल विमान की लंबाई 207 फुट

‘एयरबस’ की वेबसाइट के अनुसार, बेलुगा एक्सएल विमान की लंबाई 207 फुट, ऊंचाई 62 फुट है। इसके पंखों का फैलाव 197 फुट लंबा तथा 10 इंच चौड़ा हैं। वेबसाइट में कहा गया है,‘बेलुगा एक्सएल ने 2018 में अपनी पहली उड़ान भरी और नवंबर 2019 में यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (ईएएसए) की उड़ान योग्यता प्राधिकरण से इसे ‘टाइप’ प्रमाणपत्र मिला।

2020 में बेलुगा एक्सएल की सेवा शुरू

इसके बाद जनवरी 2020 में पहली बार बेलुगा एक्सएल की सेवा शुरू हुई।’ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इससे पहले भी कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘एसटी’ श्रृंखला के विमानों को उतारा गया था लेकिन मंगलवार रात पहली बार कोलकाता हवाई अड्डे पर ‘एक्सएल’ श्रृंखला के विमान को उतारा गया।

बहरीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद विमान मंगलवार को रात 10.43 बजे कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरा। प्रवक्ता ने कहा कि पानी की बौछारों से उसका स्वागत किया गया। कोलकाता हवाई अड्डे के इंटरटने मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा गया है,‘पहली बार कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एयरबस ‘बेलुगा एक्सएल’ का स्वागत किया जो विमान के आवश्यक कलपुर्जों को लेकर जा रहा है। यह अपनी श्रृंखला का सबसे बड़ा विमान है।

ईंधन भरने के लिए रुका विमान

यह विमान कोलकाता में चालक दल को आराम देने और ईंधन भरने के लिए रुका है, क्योंकि यह पूर्वी भारत का एकमात्र हवाई अड्डा है जो इस विमान की संचालन संबंधी सुविधाओं से सुसज्जित है।’ विमान में तीन पायलट और एक इंजीनियर हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि विमान ने ‘टूलूज एयरबस फैक्टरी’ से अपनी उड़ान शुरू की और विमान में इस्तेमाल होने वाले कुछ उपकरणों तथा कलपुर्जों को चीन के तियानजिन में स्थित एक अन्य इकाई में ले जा रहा है। ‘बेलुगा एक्सएल’ एयरबस द्वारा तैयार किया गया विशाल विमान है जो भारी और बड़े सामान को ले जाने के लिए बनाया गया है जिसमें मुख्य रूप से विमान के बड़े पुर्जे जैसे कि डैने शामिल हैं। विमान में बुधवार शाम को ईंधन भरा जाएगा और इसके शाम को रवाना होने की संभावना है। यह विशाल विमान फिलहाल जे1 बे पर खड़ा है।