लोकसभा में पेश किए गए तीन विधेयकों के दौरान हंगामे पर भाजपा ने विपक्ष पर निशाना साधा। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि संसद में जो दृश्य दिखा, वह सभ्य समाज के लिए शर्मनाक था। गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विधेयक पेश किए जाने के दौरान विपक्षी सांसदों ने उनका माइक्रोफोन छीनने और कागज फेंकने की कोशिश की।

संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025 पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि देश में हर कोई यह पूछ रहा है कि गंभीर आपराधिक मामलों में फंसे लोग अपने पदों पर कैसे बने रह सकते हैं। ऐसे में जब गृह मंत्री विधेयक पेश कर रहे हैं, तो विपक्ष चाहता है कि ऐसे लोग सत्ता में बने रहें।

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गृह मंत्री शाह ने लोकसभा में तीन विधेयक पेश किए – केंद्र शासित प्रदेश (संशोधन) विधेयक 2025, संविधान (130वां संशोधन) विधेयक 2025 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2025। इन विधेयकों के अनुसार, यदि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री किसी गंभीर अपराध में गिरफ्तार होकर लगातार तीस दिन जेल में रहे, तो 31वें दिन वे अपने पद से हटा दिए जाएंगे।

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विपक्ष ने इन विधेयकों का जोरदार विरोध किया और उन्हें अलोकतांत्रिक करार दिया। विधेयक पेश करते ही विपक्षी सांसदों ने उनकी प्रतियां फाड़कर शाह की तरफ फेंकी और नारेबाजी करते हुए सदन में आ गए। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इसे तानाशाही वाला और संविधान के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी मुख्यमंत्री पर झूठा मुकदमा दर्ज कर उसे तीस दिन जेल में रखा गया, तो वह अपने आप पद से हट जाएगा, जो पूरी तरह अलोकतांत्रिक है।