कोलकाता। फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी के G.O.A.T इंडिया टूर 2025 से जुड़े विवाद में आयोजक और प्रमोटर शतद्रु दत्ता को बुधवार को कोलकाता की बिधाननगर अदालत में पेश किया गया। सुनवाई के बाद अदालत ने आरोपी को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। पुलिस का कहना है कि आयोजन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच के सिलसिले में दत्ता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था।
पुलिस अब आरोपी से गहन पूछताछ करेगी और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आयोजन के दौरान नियमों का पालन किया गया या नहीं। विशेष रूप से इस बात की जांच की जा रही है कि स्टेडियम परिसर में पानी की बोतलें और पेय पदार्थों की बिक्री किस आधार पर होने दी गई, जबकि ऐसे आयोजनों में इन पर आमतौर पर रोक रहती है।
बचाव पक्ष का दावा
अदालत में दत्ता की ओर से पेश वकील ने गिरफ्तारी को गलत बताते हुए कहा कि उनके मुवक्किल को बेवजह मामले में फंसाया गया है। वकील ने भरोसा जताया कि जांच पूरी होने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। वहीं, कोर्ट परिसर के बाहर पेशी के दौरान कुछ भाजपा समर्थकों ने प्रदर्शन भी किया।
सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुआ था हंगामा
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में उस समय स्थिति बिगड़ गई थी, जब मेसी के कार्यक्रम के दौरान अचानक स्टेडियम छोड़ने के बाद दर्शकों में नाराजगी फैल गई। अपने भारत दौरे पर आए मेसी को देखने के लिए हजारों प्रशंसक महंगे टिकट लेकर पहुंचे थे। लैप ऑफ ऑनर के बाद मेसी के जल्दी चले जाने से नाराज भीड़ ने कुर्सियां और बोतलें फेंककर विरोध जताया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
मुख्यमंत्री ने जताया था खेद
घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेसी और खेल प्रेमियों से खेद प्रकट किया था। उन्होंने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित करने की घोषणा भी की थी। सोशल मीडिया पर साझा संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह स्वयं कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थीं और वहां बड़ी संख्या में प्रशंसक अपने पसंदीदा खिलाड़ी की एक झलक पाने के लिए मौजूद थे।