नई दिल्ली: 29 जून को राजधानी दिल्ली में मानसून ने औपचारिक रूप से दस्तक दे दी है। इसके साथ ही उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है। शनिवार से राजधानी में लगातार हो रही बारिश के कारण मौसम सुहावना हो गया है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अगले दो दिनों तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। रविवार को अधिकतम तापमान करीब 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि लगातार चौथे वर्ष मानसून ने दिल्ली में समय से पहले पहुंचकर रिकॉर्ड कायम किया है। सामान्यतः 8 जुलाई तक मानसून के पहुंचने की संभावना जताई गई थी, लेकिन इस बार यह 9 दिन पहले ही पहुंच गया।
कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 जून को झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में अत्यधिक वर्षा की आशंका जताते हुए चेतावनी जारी की है। वहीं बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 1 से 5 जुलाई के बीच कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्र और सिक्किम में भी अगले दो दिनों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है।
पर्वतीय इलाकों में भी मानसून का असर
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में भी बारिश का दौर लगातार जारी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी क्षेत्र में रविवार को बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे कई क्षेत्रों में नुकसान की खबर है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 5 जुलाई तक भारी वर्षा का सिलसिला जारी रह सकता है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी व्यापक बारिश के आसार हैं।
12 राज्यों के मौसम की स्थिति
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले सप्ताह कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 2 से 5 जुलाई के दौरान भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 3 और 4 जुलाई को केरल, माहे और कर्नाटक में भी भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
देशभर में फैल चुका है मानसून
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मानसून अब देश के सभी हिस्सों में सक्रिय हो गया है। इसमें हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के वे क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां अभी तक वर्षा नहीं हुई थी। विशेषज्ञ नरेश कुमार ने बताया कि ओडिशा और झारखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि इन क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
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