गौचर (उत्तराखंड)। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गौचर के पास तलधारी क्षेत्र में पहाड़ी से भारी मलबा और चट्टानें गिरने के कारण हाईवे शनिवार सुबह से अवरुद्ध हो गया। मलबा गिरने के समय मार्ग से गुजर रहे लोग बाल-बाल बच गए। इसके अलावा, कर्णप्रयाग-नेनीसैंण मोटर मार्ग पर भी आईटीआई से आगे लगभग 500 मीटर की दूरी पर एक चट्टान टूटकर गिर गई, जिससे मार्ग बाधित हो गया है।
सड़क बंद होने से कपीरीपट्टी क्षेत्र के निवासियों को डिम्मर और सिमली होकर कर्णप्रयाग जाना पड़ रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रदेश में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने देहरादून समेत नौ जिलों के लिए रेड अलर्ट तथा अन्य इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में भारी से अति भारी वर्षा की आशंका है। इन जिलों में भूस्खलन, जलभराव और नदियों-नालों के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है। अन्य जिलों में भी तेज बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। खासतौर पर पर्वतीय क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने और नदी-नालों के समीप न जाने की सलाह दी गई है।
गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के पास
हरिद्वार में भारी वर्षा के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गंगा का जलस्तर बढ़कर शनिवार सुबह 11 बजे चेतावनी रेखा 293 मीटर के निकट 292.90 मीटर तक पहुंच गया। इसके मद्देनज़र प्रशासन ने घाटों को खाली करा लिया है और तटीय इलाकों में रहने वालों को सतर्क कर दिया गया है।
बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है और उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है।
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